शिअद व आप की केंद्र से मिलीभगत : सिद्धू
फाजिल्का के दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब के किसानों ने पंजाब सरकार के साथ बातचीत के बाद रेल पटड़ियां खाली कर दी हैं जिसके बाद ट्रेनें न चलाकर केंद्र सरकार पंजाब के साथ गलत व्यवहार कर रही है।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : फाजिल्का के दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब के किसानों ने पंजाब सरकार के साथ बातचीत के बाद रेल पटड़ियां खाली कर दी हैं, जिसके बाद ट्रेनें न चलाकर केंद्र सरकार पंजाब के साथ गलत व्यवहार कर रही है। राज्य में डीएपी और युरिया की कमी के लिए केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है जोकि मालगाड़ियों को चला नहीं रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को रेलगाड़ियां की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी दी है। एक सवाल के जवाब में सिद्धू ने कहा कि आप और अकाली दल दोनों केंद्र सरकार के साथ मिले हुए हैं तभी इन पार्टियों के विधायक दिल्ली में पंजाब की आवाज बुलंद करने के लिए मुख्य मंत्री के साथ नहीं गए। स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में चुनाव की किसी भी संभावना का खंडन करते कहा कि राज्य सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर राज्य के हर वर्ग के विकास के लिए काम करना जारी रखेगी। सिविल अस्पताल संबंधी पूछे सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ब्लड सपेरेशन मशीन फाजिल्का में चल पड़ी है और अबोहर में एक नई मशीन आ रही है। स्थानीय सरकारों के चुनाव संबंधी पूछे सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस संबंधी घोषणा राज्य चुनाव कमिशन ने करना है। सरकार की ओर से इस संबंधी सारी तैयारियां है जब चुनाव कमिशन चाहोगे चुनाव करवा सकता है। इस मौके जिले के डिप्टी कमिश्नर अरविंद पाल सिंह संधू, संदीप जाखड़, कांग्रेस के कार्यकारी जिला प्रधान रंजम कामरा, बीबा राजदीप कौर, यूथ कांग्रेस के जिला प्रधान रूबी गिल, बीडी कालडा आदि भी उपस्थित थे। किसानों के लिए मरणव्रत पर बैठे ज्याणी : सिद्धू
फाजिल्का: फाजिल्का में आए पंजाब के सेहतमंत्री बलबीर सिंह सिद्धू से जब भाजपा नेता सुरजीत कुमार ज्याणी द्वारा दिए गए ब्यान संबंधी सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर भाजपा उनकी बात नहीं सुनती तो उन्हें किसानों के हितों के लिए दिल्ली में जाकर मरणव्रत पर बैठना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले भी ज्याणी फाजिल्का को जिला बनाने के लिए मरणव्रत पर बैठे थे और संघर्ष से जीत हासिल की थी, अब भी वह दिल्ली में धरने पर बैठें, ताकि किसानों की समस्या का हल हो।