चुनाव के बाद किसी प्रत्याशी ने फरमाया आराम तो कोई बैठकों में व्यस्त
पिछले एक महीने से प्रचार करते हुए दिन रात एक करने वाले उम्मीदवारों ने मतदान खत्म होने के साथ ही राहत की सांस ली है। पिछले कई दिनों से नुक्कड़ सभाओं रैलियों रोड शो में जुटे प्रत्याशियों ने परिवार के साथ फुर्सत के पल बिताए और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें की।
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : पिछले एक महीने से प्रचार करते हुए दिन रात एक करने वाले उम्मीदवारों ने मतदान खत्म होने के साथ ही राहत की सांस ली है। पिछले कई दिनों से नुक्कड़ सभाओं, रैलियों, रोड शो में जुटे प्रत्याशियों ने परिवार के साथ फुर्सत के पल बिताए और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें की। कुछ प्रत्याक्षियों ने रात को चैन की नींद ली, तो कुछ 17 फरवरी को होने वाली मतगनना को लेकर समर्थकों के साथ चर्चा करते नजर आए। वहीं कई चुनावी कार्यालय तो बंद पड़े भी नजर आए।
फाजिल्का तहसील में पिछले एक दशक सें भाजपा-अकाली दल का बोर्ड रहा। वहीं जलालाबाद, अबोहर व अरनीवाला में भी पिछले पांच सालों से भाजपा व अकाली दल का कब्जा रहा। लेकिन मौजूदा समीकरण अलग हैं। जहां भाजपा ने फाजिल्का में 25 वार्डों में 22 उम्मीदवार उतारे और अरनीवाला में एक भी उम्मीदवार नहीं उतारा। वहीं अकाली दल और भाजपा के अलग होने से यह मुकाबला और भी कड़ा हो गया है। लेकिन भाजपा अभी भी अपना बोर्ड नगर कौंसिल में बनाने का दावा कर रही है। भले ही अब सभी पार्टियों के उम्मीदवार पूरा जोर लगा चुके हैं और उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम मशीनों में बंद हो चुकी है। लेकिन सभी पार्टियों के नेता बैठकों के जरिए लगातार कितनी सीटें किसके हक में आएंगी, को लेकर समीकरण बैठा रहे हैं। लेकिन 103 सीटों के लिए खड़े 456 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 17 फरवरी को सुबह ईवीएम मशीनें खुलने के साथ होगा।
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विधायक दविद्र घुबाया बैठकों में जुटे
फाजिल्का के विधायक दविद्र सिंह घुबाया कांग्रेस प्रत्याशियों के हक में प्रचार करने में पिछले दो सप्ताह से जुटे हैं। कहीं नुक्कड़ सभा तो कहीं घर-घर जाकर उन्होंने वर्करों के लिए वोट मांगे, जबकि अब वोटिग प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और कांग्रेस द्वारा 25 की 25 सीटों पर जीत के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन अभी भी विधायक घुबाया अपने वर्करों के साथ मुलाकात करके समीकरण संबंधी बातचीत कर रहे हैं।
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सुरजीत ज्याणी आए रिलेक्स नजर
वहीं भाजपा के पूर्व विधायक सुरजीत कुमार ज्याणी ने भी इस चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों कीे जीत दिलाने के लिए घर-घर जाकर व नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया। नामांकन पत्र दाखिल करने से लेकर चुनाव प्रक्रिया के थमने तक वह दिन रात गांव कटैहड़ा से फाजिल्का में आकर उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते रहे। जबकि चुनाव वाले दिन भी वह सारा दिन फाजिल्का में ईधर से उधर जाते नजर आए। लेकिन अब जब चुनाव संपन्न हो चुके हैं, तो वह रिलेक्स नजर आ रहे हैं। वह सोमवार को अपने निजी कार्य के साथ-साथ रिश्तेदारों से मिलने भी पहुंचे।
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आप के नेताओं ने भी की बैठकें
उधर चुनाव में मजबूत पार्टी के रूप में सामने आ रही आप पार्टी ने भी अभी बैठकों का दौर खत्म नहीं किया। आप के नेता लगातार बैठकें करके समीकरणों की जानकारी हासिल कर रहे हैं। आप के नेता महिद्र कचूरा ने जलालाबाद में सोमवार को बैठक की। जिसमें जहां उन्होंने कांग्रेस पर धक्केशाही करने के आरोप लगाए, वहीं अपने वर्करों की प्रशंसा की, जिन्होंने धक्के को बर्दाश्त नहीं किया। आप ने दावा किया कि उनकी स्थिति मजबूत है और उनके उममीदवार भारी मतों से विजयी होंगे।
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17 फरवरी को होगी मतगनना
रविवार को छिटपुट घटनाओं के बीच संपन्न हुए चुनावों में लोगों का उत्साह देखने को मिला। जिले में कुल मतगनना 74.91 प्रतिशत रही। जबकि फाजिल्का में 74.25 प्रतिशत, अबेाहर में 73.08 प्रतिशत, जलालाबाद में 70.59 प्रतिशत व नगर पंचायत अरनीवाला में सबसे ज्यादा 81.73 प्रतिशत मतदान हुआ। 17 अक्टूबर की सुबह नौ बजे मतगनना होगी, जिसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसी दिन ही जिले की 103 सीटों के लिए खड़े 456 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा।