फाजिल्का में 665 कोरोना संक्रतिम हुए स्वस्थ, 12 की मौत
कोरोना की रोकथाम के लिए बरती जा रही सख्ती से जिले में कोरोना के नए केस कम होने लगे हैं। पिछले 15 दिनों में बुधवार को पहला दिन रहा जब संक्रमित केसों से ज्यादा ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक रही।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : कोरोना की रोकथाम के लिए बरती जा रही सख्ती से जिले में कोरोना के नए केस कम होने लगे हैं। पिछले 15 दिनों में बुधवार को पहला दिन रहा जब संक्रमित केसों से ज्यादा ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक रही। फाजिल्का जिले में वीरवार को 665 लोगों ने कोरोना को हराकर फतेह हासिल की, जबकि 296 नए केस सामने आए हैं। हालांकि लगातार बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा अभी भी चिंताजनक है। पिछले 24 घंटे में कोरोना से 12 लोगों की मौत हुई है।
डीसी हरीश नायर ने बताया कि जिला फाजिल्का में अब तक 15991 लोग कोविड से पीड़ित पाए गए हैं और 11460 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में अब भी 4183 एक्टिव केस हैं और 348 लोगों की मौत हो चुकी है। वीरवार को 12 लोगों की मौत हुई, जिनमें अबोहर में छह, फाजिल्का में चार व जलालाबाद में दो लोग शामिल हैं। उन्होंने जिला निवासियों से अपील की कि जिले की सरकारी सेहत संस्थाओं में सैंपलिग और वैक्सीनेशन की जा रही है। कोरोना के प्रकोप को फैलने से रोकने के लिए लोग सैंपलिंग व वैक्सीन अवश्य लगवाएं।
अबोहर में पांच लोगों की कोरोना से मौत संवाद सहयोगी, अबोहर : अबोहर में वीरवार को भी पांच कोरोना संक्रमिणों की मौत हो गई, जिनका अंतिम संस्कार स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में परिजनों द्वारा नर सेवा समिति के सहयोग से करवाया गया।
न्यू सूरज नगरी निवासी राजिदर अरोड़ा पुत्र नंद लाल (45) का बठिडा में इलाज चल रहा था, जहां उसकी मौत हो गई। वह शुगर की बीमारी से भी ग्रस्त थे। हनुमानगढ़ रोड निवासी रोशन लाल नारंग (82) की भी कोरोना के कारण बठिंडा में इलाज के दौरान मौत हो गई , जोकि शुगर की बीमारी से ग्रस्त थे। इसके अलावा गली नंबर 13 निवासी लाजवंती (91) की रिपोर्ट 17 मई को पाजिटिव पाई गई थी व उनका घर पर इलाज किया जा रहा था व वीरवार को निधन हो गया। वहीं ठाकर आबादी निवासी सुखदेव सिंह आयु 84 साल का बुधवार को कोरोना टेस्ट करवाया गया था, जिसमें वह पाजिटिव पाए गए व वीरवार को उनका निधन हो गया। टेस्ट में देरी से बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा : एसएमओ
सरकारी अस्पताल के एसएमओ डा. गगनदीप सिंह ने लोग समय रहते टेस्ट नहीं करवाते जब तकलीफ बढ़ जाती है तब जाकर टेस्ट करवाते हैं लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी होती है। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने बुजुर्गों का खास ध्यान रखना चाहिए खासकर अगर उन्हें कोई अन्य बीमारी है तो। उन्होंने कहा कि अगर बुजुर्गों का कोरोना टेस्ट पहले ही करवा लें तो कोई हर्ज नहीं है ताकि पता लगने पर उनका उस हिसाब से इलाज करवाया जा सके।