Move to Jagran APP

रावण वध के साथ ही श्रीरामलीला संपन्न

शहर में विभिन्न क्लबों की धार्मिक स्टेजों पर चल रही श्रीरामलीलाओं के मंचन में रावण वध के साथ ही संपन्न हो गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Oct 2021 05:48 PM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 05:48 PM (IST)
रावण वध के साथ ही श्रीरामलीला संपन्न
रावण वध के साथ ही श्रीरामलीला संपन्न

संवाद सहयोगी, सरहिद : शहर में विभिन्न क्लबों की धार्मिक स्टेजों पर चल रही श्रीरामलीलाओं के मंचन में रावण वध के साथ ही संपन्न हो गई। नगर कौंसिल स्टेज पर श्री रामा कृष्णा ड्रामाटिक क्लब की ओर से करवाई जा रही प्रभु लीला में लक्ष्मण मूर्छित का प्रसंग पेश किया गया। जिसके बाद कुंभकरण की ओर से रावण को माता सीता को श्री राम जी को लौटाने को लेकर समझाने में असफल रहने पर युद्ध में अपने प्राण त्यागने व इंद्रजीत मेघनाथ की मृत्यु उपरांत रावण आहत हो जाता है। युद्ध के दौरान श्री राम के हाथों मरने से पहले महा विद्वान रावण लक्ष्मण जी को शिक्षा देते हुए कहता है कि अच्छे कार्य में देरी तथा बुरे कार्य में जल्दी नहीं करनी चाहिए। मंचन में प्रभु राम जी द्वारा जीवन दान देने को नकारते हुए राजा रावण ने कहा कि उसे पता था कि वह नारायण अवतार हैं। वह तो मोक्ष हासिल करना चाहता था, जो आज उसे मिल गया है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.