तूफान ने मचाया कोहराम, जड़ से उखड़े वृक्ष, टूटे खंभे
फतेहगढ़ साहिब रविवार रात आए तूफान ने तबाही मचाने के साथ-साथ लाखों का नुकसान कर दिया।
सुखवीर सुख, फतेहगढ़ साहिब
रविवार रात आए तूफान ने तबाही मचाने के साथ-साथ लाखों का नुकसान कर दिया। तूफान ने जहां बिजली के खंभे पूरी तरह तहस-नहस किए, वहीं वृक्षों को जड़ों से उखाड़ दिया। जिस कारण अधिकतर सड़कों पर पेड़ गिरने से यातायात पूरी तरह ठप रहा। कई सड़कों पर बड़े-बड़े वृक्ष गिरने के कारण उन्हें साइड करने में भी लोग असमर्थ दिखे तथा लोगों को कई किलोमीटर घूम कर जाना पड़ा। सड़कों के किनारों के अलावा खेतों में खड़े वृक्ष गिरने से किसानों द्वारा लगाए गए धान को भी नुकसान हुआ। अब मुसीबत यह भी है क्योंकि खेतों में धान की फसल लगाई गई है और उन्हें निकालना अब आसान नहीं होगा।
बिजली सप्लाई रही ठप
तूफान के कारण वृक्ष बिजली की तारों पर गिरने से बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर गिर गए। जिस कारण 66 केवी ग्रिड की बिजली सप्लाई की हलकों में सोमवार शाम तक बंद रही। उपमंडल अफसर जगरूप सिंह ने बताया कि इस तूफान के कारण पावरकॉम का करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया, क्योंकि इससे उनके 20 ट्रांसफार्मर, 200 बिजली के खंभे गिर गए। जिन्हें ठीक करने के लिए चार टीमें लगाई गई हैं। उन्हें भी ठीक करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि मोटरों की बिजली सप्लाई चलने में तीन चार दिन लग सकते है।
पंजाब स्टेट ट्रांसमिशन के चार बड़े टावर भी हुए ढेर
तूफान इतना खतरनाक था कि उसके सामने पंजाब स्टेट ट्रांसमिशन कार्पोरेशन के चार बड़े टावर भी ढेर हो गए। बस्सी पठाना के नजदीक गांव अब्दुलापुर के नजदीक गुजरती पंजाब स्टेट ट्रांसमिशन कार्पोरेशन लिमिटेड की रोपड़ से मंडी गोबिदगढ़ बिजली सप्लाई वाली 220 केवी लाइन के चार बड़े टावर भी गिर गए। जिससे उनका करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया। खेतों में गिरे टावरों का कार्पोरेशन के टेक्निकल ऑडिट के निगरान इंजीनियर भवजीत सिंह चावला, कार्यकारी इंजीनियर जसपाल सिंह ने बताया कि अब टावरों को दोबारा खड़े करने में उन्हें काफी समय लगेगा।
तूफान में उड़ा शेड
गांव फतेहपुर अराइयां में लगभग सौ फीट का शेड तूफान ने उड़कर काफी दूर गिरा गया। गनीमत यह रही है कि उस समय शेड के नीचे सिर्फ पशुओं के लिए चारा, ट्रैक्टर व अन्य सामान पड़ा था, नहीं तो काफी नुकसान हो सकता था।