परिजनों ने खुद हत्यारे ढूंढ अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाई
अकसर देखा जाता है कि संगीन मामलों में भी पुलिस लापरवाही में कोई कमी नहीं छोड़ती।
धरमिदर सिंह, फतेहगढ़ साहिब : अकसर देखा जाता है कि संगीन मामलों में भी पुलिस लापरवाही में कोई कमी नहीं छोड़ती। जिस वजह से पीड़ित पक्ष इंसाफ के इंतजार में रहता है। ऐसा ही एक मामला बस्सी पठाना अधीन आते गांव सेंपला से सामने आया, जहां के एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद पुलिस धारा 174 की कार्रवाई करके हाथ पर हाथ धरकर बैठ गई। लेकिन, मृतक के परिजनों ने इलाके के कैमरों की मदद से हत्यारे ढूंढ निकाले और अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाया।
हत्यारों की सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद भी पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करने को सात दिन लगा दिए। अब पुलिस ने मृतक अमनदीप सिंह (28) के दादा बलवंत सिंह निवासी सेंपला की शिकायत पर जसप्रीत सिंह निवासी लुहारमाजरा कलां और गुरदीप सिंह निवासी नंदपुर (कलौड़) के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। परिजनों के अनुसार पुलिस ने दोनों आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।
शिकायतकर्ता बलवंत सिंह ने बताया कि गत 18 सितंबर को उसका पोता अमनदीप सिंह मोटरसाइकिल पर घर से बाहर गया था। गांव डडियाना के पास सड़क किनारे उसका शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। सिर व छाती पर गंभीर चोटें के निशान थे।
अंतिम संस्कार के बाद ही वह परिजनों को लेकर इलाके के कैमरे खंगालने निकल पड़े। कोटला गांव में कुछ दुकानों में लगे कैमरों की रिकार्डिंग में सामने आया कि आरोपित अमनदीप के मोटरसाइकिल पर डडियाना की तरफ जा रहे हैं और बीच में अमनदीप को पकड़कर बिठाया हुआ था। 20 सितंबर को ये फुटेज पुलिस को दे दी गईं। इसके सात दिनों बाद आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हुआ।
बलवंत के अनुसार आरोपितों ने उसके पोते का गला दबाकर हत्या की और फिर इसे हादसा दिखाना के लिए मोटरसाइकिल व शव को सड़क किनारे पुली के पास फेंक दिया। उधर, मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने अभी भी सीसीटीवी फुटेज की पुष्टि नहीं की। उन्होंने कहा कि फिलहाल बलवंत सिंह के बयानों के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी बाकी है। तफ्तीश में जो भी सामने आएगा, उस मुताबिक कार्रवाई बढ़ती जाएगी। मौसेरा भाई ही निकला हत्यारा
अमनदीप का मौसेरा भाई जसप्रीत सिंह ही उसका हत्यारा निकला। दरअसल बलवंत सिंह की पोती सिमरनप्रीत कौर की शादी कुछ समय पहले लुहारी में हुई थी। यह रिश्ता जसप्रीत सिंह के पिता ने कराया था। शादी के कुछ समय बाद सिमरनप्रीत कौर का पति इटली चला गया। वहां जाकर बात करनी भी बंद कर दी गई। जिसके बाद रिश्ता टूट गया। रिश्ता टूटने कारण अमनदीप व जसप्रीत में नोक-झोक रहती थी। इसी रंजिश में उसने अपने साथी से मिलकर मौसेरे भाई की हत्या कर दी।
परिवार का इकलौता बेटा था अमनदीप
अमनदीप सिंह अपने परिवार का इकलौता बेटा था। करीब 19 साल पहले वर्ष 2000 में उसके पिता जसवीर सिंह की मौत हो गई थी। जिसके बाद दादा बलवंत सिंह ने ही पोता-पोती का पालन पोषण किया। अब वह युवा हो गया था और बुढ़ापे में दादा का सहारा बना था। इसी बीच उसकी हत्या से परिवार पर फिर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।