बंद मंदिरों और घरों में मनाई श्री हनुमान जयंती
सरहिद श्री हनुमान जयंती मंदिरों में पूजा-अर्चना कर मनाई गई। कर्फ्यू के कारण न तो भक्त प्रभु को माथा टेकने मंदिरों में गए और न ही मंदिरों में कीर्तन व भजन हुआ।
संवाद सहयोगी, सरहिद : श्री हनुमान जयंती मंदिरों में पूजा-अर्चना कर मनाई गई। कर्फ्यू के कारण न तो भक्त प्रभु को माथा टेकने मंदिरों में गए और न ही मंदिरों में कीर्तन व भजन हुआ। मंदिरों में पुजारियों ने ही पूजा पाठ किया गया। सरहिद शहर के प्राचीन शिव मंदिर के पुजारी पंडित अनूप शर्मा ने बताया कि श्री हनुमान जयंती पर सुंदर कांड के पाठ किए गए। हनुमान चालीसा, बजरंग बाण के बाद आरती कर प्रभु को भोग लगाया गया। पंडित ने कहा कि इस दिन विशेष रूप से की गई हनुमान साधना रोग, शोक व दुखों को मिटाकर विशिष्ट फल देती है। सभी को हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए भगवान राम की भक्ति भी करनी चाहिए। क्योंकि श्री हनुमान जी श्री राम जी को प्रिय थे। हनुमान जी सभी भक्तों की मुरादें पूरी करते हैं।
वहीं, श्री हनुमान सेवा दल के प्रधान शशी भूषण उप्पल ने बताया कि सेवा दल ने हर वर्ष करवाए जाने वाला समारोह कर्फ्यू हटने के बाद करवाया जाएगा। सेवा दल ने जनवरी में करवाई श्री हनुमान चालीसा लेखन प्रतियोगिता का परिणाम भी जल्द ही घोषित कर बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने परिवार समेत घर में ही श्री हनुमान चालीसा का पाठ कर जयंती मनाई गई।