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बेटा सऊदी अरब में हिरासत में, पिता की सुषमा स्वराज से मदद की गुहार

घर से दो साल पहले रोजी रोटी कमाने के लिए सऊदी अरब ड्राईवरी करने गए सु¨रदर ¨सह (30) पुत्र हरभजन ¨सह निवासी गांव कोटला डडहेड़ी तहसील अमलोह जिला फतेहगढ़ साहिब को वहां की पुलिस की ओर से बंदी बना लिया है

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Jan 2019 06:34 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jan 2019 06:34 PM (IST)
बेटा सऊदी अरब में हिरासत में, पिता की सुषमा स्वराज से मदद की गुहार
बेटा सऊदी अरब में हिरासत में, पिता की सुषमा स्वराज से मदद की गुहार

लखवीर ¨सह लक्की, फतेहगढ़ साहिब

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घर से दो साल पहले रोजी-रोटी कमाने के लिए सऊदी अरब ड्राइवर की नौकरी करने गए सु¨रदर ¨सह (30) पुत्र हरभजन ¨सह निवासी गांव कोटला डडहेड़ी तहसील अमलोह जिला फतेहगढ़ साहिब को वहां की पुलिस ने अक्टूबर 2018 से हिरासत में रखा हुआ है। उसके बाद से परिवार को सुरिंदर के बारे में कोई खास जानकारी नहीं मिल पा रही है। इसे लेकर सुरिंदर का पूरा परिवार उसकी सलामती की जानकारी हासिल करने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। इस बीच सुरिंदर को छुड़ाने के लिए उसके परिवार से रुपये भी ऐंठे गए हैं। वहीं, सुरिंदर के इंतजार में बेबस पिता हरभजन ¨सह, मां हरबंस कौर व पत्नी रा¨जदर कौर के आंसू थमने का नाम नहीं लेते हैं।

जानकारी के अनुसार सुरिंदर के पिता को ढांढस बंधाने के लिए आगे आए समाजसेवी राजीव शर्मा ने इस बारे में विदेश मंत्रालय के कार्यालय में अक्टूबर में एक अर्जी भी दी थी। जिस पर बताया गया था कि सुरिंदर के बारे में 15 नवंबर, 2018 तक जानकारी दे दी जाएगी। मगर, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

अब सुरिंदर के माता-पिता ने जिला फतेहगढ़ साहिब प्रशासन के सहायक आयुक्त (जनरल) चरनजीत ¨सह के माध्यम से विदेश राज्यमंत्री सुषमा स्वराज के नाम पर एक ज्ञापन सौंपकर मदद की गुहार लगाई गई है।

पिता हरभजन सिंह के अनुसार सु¨रदर के अतिरिक्त उसका एक बड़ा बेटा है, जो घर पर कोमा में है। जिसका इलाज करवाने में वह असमर्थ हैं और उनका कोई कारोबार नहीं है। उन्होंने केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री सुषमा स्वराज से मांग की है कि उसके बेटे सु¨रदर को सकुशल घर भेज दिया जाए, क्योंकि उसके अलावा घर चलाने वाला कोई नहीं है।

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ये है मामला

पिता हरभजन ¨सह ने बताया कि सु¨रदर ¨सह 25 फरवरी, 2017 को सऊदी अरब रोजी-रोटी के लिए वर्क वीजा पर ड्राइवरी करने के लिए गया था। मगर, वहां पर उसका मालिक गाड़ी की न तो मरम्मत करवाता था और न ही उसमें तेल डलवाता था। शेष खर्च भी सु¨रदर खुद ही अपनी जेब से करता था। इस पर मालिक से परेशान होकर सु¨रदर नौकरी छोड़कर भाग गया, तो उसके मालिक ने अक्टूबर 2018 में पुलिस के पास सु¨रदर की शिकायत कर दी। तबसे लेकर आज तक उनका बेटा सऊदी अरब में पुलिस हिरासत में है।

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बेटे को छुड़ाने के लिए 80 हजार भी गंवाए

हरभजन सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को बाहर भेजने वाले एजेंटों से भी सुरिंदर की मदद करने की गुजारिश की थी कि उसकी खटारा गाड़ी बदल दी जाए। ¨कतु वहां से भी कोई आस नहीं बंधी। पिता के अनुसार सऊदी अरब से उन्हें मोहम्मद अस्था नामक व्यक्ति का फोन आया था कि वह सुरिंदर को वहां से निकालकर दो दिन में भारत भेज देगा। इसके लिए उसने 80 हजार रुपये की मांगकर एक व्यक्ति का बैंक खाता नंबर दिया। जिस पर हरभजन ¨सह ने धर्मवीर पुत्र शांता राम निवासी आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के यूनियन बैंक के खाते में 80 हजार रुपये जमा करवाए। गत 3 दिसंबर को उसके खाते में पैसे डलवाकर जब बात की गई, तो उसने पैसों की रसीद वाट्सएप पर मंगवाकर पुष्टि तो कर दी, परंतु उसके बाद फोन उठाना ही बंद कर दिया।


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