बाबा बंदा ¨सह बहादुर में मनाई सिल्वर जुबली
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : बाबा बंदा ¨सह बहादुर इंजीनिय¨रग कॉलेज में चल रहे सिल्वर जुबली समारोह के तहत महान जरनैल बाबा बंदा ¨सह बहादुर जी के जीवनी पर विशेष सेमिनार आयोजित किया गया।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : बाबा बंदा ¨सह बहादुर इंजीनिय¨रग कॉलेज में चल रहे सिल्वर जुबली समारोह के तहत महान जरनैल बाबा बंदा ¨सह बहादुर जी के जीवनी पर विशेष सेमिनार आयोजित किया गया। यह सेमिनार उनके जन्म दिवस को समर्पित धारावाहिक 12 से 18 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले समारोह का पहला हिस्सा था और 1993 से स्थापित कॉलेज के 25 वर्षो के इतिहास में एक विशेष महत्वपूर्ण कार्यक्रम रहा। समारोह में मुख्य मेहमान सिख विद्वान डॉ सुखप्रीत ¨सह उदोके ने बाबा बंदा ¨सह बहादुर के जीवन बारे अपने विचार सांझा करते उनके जीवन के अलग अलग पहलुओं बारे श्रोताओं को संबोधित किया। बाबा बंदा ¨सह बहादुर इंजीनिय¨रग कालेज के विद्यार्थियों ने मंच पर बाबा बंदा ¨सह बहादुर के बचपन से सन्यासी जीवन (16 अक्टूबर 1670 से 1686) तक का जीवन काल पेश किया। 1686 से 1708 तक गुरू गो¨बद ¨सह जी के साथ मिलाप का समय, 1708 से मई 1710 तक सर¨हद फतह और पहले सिख खालसा राज की स्थापना और मई 1710 से 1716 शहादत तक के समय पर कविताएं, नाटक, वीडियो क्लिप आदि पेश किए। प्रो बिकरमजीत ¨सह ने इस प्रोगराम के सभी हिस्सों का संक्षिप्त विवरण पेश किया। कॉलेज के ¨प्रसिपल मेजर जनरल डॉ गुरचरन ¨सह लांबा ने कहा कि यह सेमिनार इस लिए महत्वपूर्ण है ताकि हम बाबा बंदा ¨सह बहादुर की महानता को समझ सकें।