शौचालय बनवाने नहीं, धक्केशाही करने आए थे ईओ
दुकानदारों द्वारा उम्मीदवारों का विरोध करने का मुद्दा गरमा गया है। पिछले कुछ दिन पहले जहां दुकानदारों ने चुनाव को लेकर विरोध किया था। वहीं गली मोहल्लों में वोटों का बायकाट करने के पोस्टर तक लगा दिए थे। लेकिन सोमवार की शाम को माहौल उस समय गरमा गया जब दुकानदारों ने कार्यकारी अधिकारी पर धक्केशाही के आरोप लगाते हुए दुकानें बंद कर प्रदर्शन किया। दुकानदार सुनील वधवा संदीप मास्टर राज पुरी और अन्य ने बताया कि बाजार में शौचालय बनवाने की बजाय कार्यकारी अधिकारी और कांग्रेसी वर्कर टैक्स न भरने की बात कहकर परेशान करने आए थे।
संवाद सहयोगी, बस्सी पठाना : दुकानदारों द्वारा उम्मीदवारों का विरोध करने का मुद्दा गरमा गया है। पिछले कुछ दिन पहले जहां दुकानदारों ने चुनाव को लेकर विरोध किया था। वहीं गली मोहल्लों में वोटों का बायकाट करने के पोस्टर तक लगा दिए थे। लेकिन सोमवार की शाम को माहौल उस समय गरमा गया जब दुकानदारों ने कार्यकारी अधिकारी पर धक्केशाही के आरोप लगाते हुए दुकानें बंद कर प्रदर्शन किया। दुकानदार सुनील वधवा, संदीप मास्टर, राज पुरी और अन्य ने बताया कि बाजार में शौचालय बनवाने की बजाय कार्यकारी अधिकारी और कांग्रेसी वर्कर टैक्स न भरने की बात कहकर परेशान करने आए थे। ईओ ने टैक्स न भरने पर दुकानें सील करने की धमकी भी दी जिसके विरोध में पूरा बाजार बंद कर सरकार व ईओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोड जाम कर दी। दुकानदारों का आरोप है कि कांग्रेस वर्कर दुकानों में लगाए बायकाट के पोस्टर उतारने के लिए कह रहे हैं। दूसरी ओर नगर कौंसिल के कार्यकारी अधिकारी सुधीर शर्मा ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि वह बाजार का दौरा करने गए थे और दुकानदारों से पूछ रहे थे कि शौचालय कहां बनाना है। इस दौरान दुकानदारों में आपसी बहस शुरू हो गई। बाजार में एक दुकानदार से बिना नक्शा पास और टैक्स के दुकान बनाने के बारे में पूछा तो उसने बहसबाजी शुरू कर दी। उन्होंने दुकानदार को सिर्फ नक्शा पास करवाने और टैक्स भरने की बात कही थी।
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