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एसजीपीसी का अल्टीमेटम, तीन दिन में विधायक के खिलाफ एफआइआर दर्ज न हुई तो देंगे अनिश्चितकालीन धरना

पंजाब हेरिटेज व टूरिज्म विभाग की तरफ से फतेहगढ़ साहिब के सुंदरीकरण प्रोजेक्ट का निर्माण शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की जमीन में करने के पश्चात पैदा हुआ विवाद और गरमा गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 04:04 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 04:04 PM (IST)
एसजीपीसी का अल्टीमेटम, तीन दिन में विधायक के खिलाफ एफआइआर दर्ज न हुई तो देंगे अनिश्चितकालीन धरना
एसजीपीसी का अल्टीमेटम, तीन दिन में विधायक के खिलाफ एफआइआर दर्ज न हुई तो देंगे अनिश्चितकालीन धरना

धरमिदर सिंह, फतेहगढ़ साहिब : पंजाब हेरिटेज व टूरिज्म विभाग की तरफ से फतेहगढ़ साहिब के सुंदरीकरण प्रोजेक्ट का निर्माण शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की जमीन में करने के पश्चात पैदा हुआ विवाद और गरमा गया है। एसजीपीसी की जमीन में बनाई दीवारों व थड़ों को तोड़ने के बाद पब्लिक प्रापर्टी को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के मैनेजर करम सिंह और चार अन्य कर्मचारियों जसविदर सिंह, गुरजंट सिंह, दर्शन सिंह व जगतार सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने से विवाद बढ़ गया है। इस एफआइआर के विरोध में एसजीपीसी सदस्यों व शिअद (बादल) के नेताओं ने रोष जताते हुए एफआइआर को रद करने और साथ ही विधायक कुलजीत सिंह नागरा, उनकी पत्नी मनदीप कौर नागरा, टूरिज्म विभाग के जेई और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की मांग की। इसको लेकर एसजीपीसी के सदस्यों व शिअद नेताओं का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को डिप्टी कमिश्नर अमृत कौर गिल व एसएसपी अमनीत कौंडल से भी मिला।

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प्रतिनिधिमंडल का आरोप है कि विधायक व उनके साथियों ने अवैध तरीके से निर्माण कराया और फिर धरना प्रदर्शन करके एसजीपीसी की शान के खिलाफ शब्दों का इस्तेमाल करते हुए नारेबाजी की। इस कार्रवाई से सिख संगत की धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंची। प्रतिनिधिमंडल में शामिल शिअद (ब) के जिलाध्यक्ष जगदीप सिंह चीमा, फतेहगढ़ साहिब से क्षेत्रीय प्रभारी दीदार सिंह भट्टी, बस्सी पठाना से प्रभारी दरबारा सिंह गुरु, अमलोह से प्रभारी गुरप्रीत सिंह राजू खन्ना, एसजीपीसी के सदस्यों करनैल सिंह पंजोली, अवतार सिंह रिया, रविदर सिंह खालसा ने कहा कि गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से लेकर गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब के बीच की जमीन गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब की मलकीयत वाली है। सड़क भी संगत की सुविधा के लिए गुरुद्वारा साहिब की जमीन में ही बनाई गई थी। सुंदरीकरण प्रोजेक्ट की आड़ में बाबा बंदा सिंह बहादुर इंजीनियरिग कालेज के बाहर जमीन में, जहां शहीदी सभा के दौरान संगत लंगर लगाती है, अवैध तरीके से दीवारें व थड़े बना दिए गए। गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के मैनेजर करम सिंह ने पंजाब हेरिटेज व टूरिज्म विभाग को पत्र भेजकर दीवारें व थड़े हटाने के लिए भी कहा था। लेकिन इस पर कोई कार्रवाई न होने पर एसजीपीसी ने अपनी मलकीयत वाली जमीन में निर्माण को हटाया था। इसके बाद विधायक कुलजीत सिंह नागरा अपने समर्थकों समेत वहां पहुंचे थे और फिर रोड जाम कर दिया। इस उपरांत विधायक के दबाव में एसजीपीसी कर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर दी गई। प्रतिनिधिमंडल ने तीन दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि सोमवार तक एसजीपीसी कर्मियों के खिलाफ दर्ज एफआइआर रद नहीं की गई और अवैध तरीके से निर्माण करने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में विधायक, उनकी पत्नी, जेई व अन्य व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया तो वे डीसी कार्यालय बाहर अनिश्चितकालीन धरना देंगे। रिकार्ड चेक करेंगे : एसएसपी

एसएसपी अमनीत कौंडल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें जो शिकायत दी है, उस पर भरोसा दिलाया गया कि वे सभी प्रकार का रिकार्ड चेक करेंगे। यदि एसजीपीसी कर्मियों का कोई कसूर सामने नहीं आएगा तो एफआइआर रद हो जाएगी। इसके अलावा जो आरोप प्रतिनिधिमंडल लगा रहा है, उसकी भी जांच की जाएगी।


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