एसडीएम की जांच रिपोर्ट : सिद्धू और नागरा ने नहीं चढ़ाए टायरों से बने पुष्प चक्र, किसने किया अपमान, मालूम नहीं
31 जुलाई को शहीद ऊधम सिंह की स्मारक पर कबाड़ के टायरों से बने पुष्प चक्र चढ़ाकर शहीद का अपमान करने के मामले में एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक को सौंपी रिपोर्ट में एसडीएम डा. संजीव कुमार ने कहा गया कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा ने जो पुष्प चक्र चढ़ाए थे वो टायरों से नहीं बने थे।
धरमिदर सिंह, फतेहगढ़ साहिब
31 जुलाई को शहीद ऊधम सिंह की स्मारक पर कबाड़ के टायरों से बने पुष्प चक्र चढ़ाकर शहीद का अपमान करने के मामले में एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक को सौंपी रिपोर्ट में एसडीएम डा. संजीव कुमार ने कहा गया कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा ने जो पुष्प चक्र चढ़ाए थे वो टायरों से नहीं बने थे। इन दोनों नेताओं ने प्रशासन द्वारा पटियाला से लाए पुष्प चक्र स्मारक पर चढ़ाए। टायरों से बने पुष्प चक्रों से किसने अपमान किया, यह मालूम नहीं। इसके लिए आसपास लगे कैमरे भी खंगाले गए लेकिन फुटेज में कोई दिखाई नहीं दिया।
हालांकि पुष्प चक्र चढ़ाने की वीडियो में सिद्धू और नागरा के बाद एक कांग्रेस नेता टायरों से बना पुष्प चक्र चढ़ाता साफ दिखाई दे रहा है। इन नेता के हाथ में पकड़ा पुष्प चक्र और सिद्धू के हाथ में पकड़ा पुष्प चक्र अलग अलग हैं। रिपोर्ट में इस नेता का जिक्र तक नहीं किया गया। वहीं एसडीएम की रिपोर्ट में उस समय यह कहा जा रहा है कि प्रशासन को पता नहीं चला कि कौन यह पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि दे गया, जिस समय सिद्धू के आगमन को लेकर शहीद ऊधम सिंह की स्मारक पर ही नहीं बल्कि आसपास तीन किलोमीटर के क्षेत्र में पुलिस की कड़ी सुरक्षा थी। सिद्धू के लिए मंगवाए पुष्प चक्र सही थे : एडीसी
एडीसी रजेश धीमान ने कहा कि एसडीएम ने रिपोर्ट सबमिट कर दी है। जांच में पाया गया कि प्रशासन ने जो पुष्प चक्र पटियाला से मंगवाए थे वे सही थे। बाद में दिन भर स्मारक खुली रही। किसी को रोका नहीं जा सकता था। ऐसे में कौन टायरों से बने पुष्प चक्र चढ़ा गया, इसका पता नहीं चल सका।
एसडीएम ने बनाई फर्जी रिपोर्ट : बीर दविदर
पंजाब विधान सभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविदर सिंह ने कहा कि एसडीएम ने फर्जी रिपोर्ट बनाई है। सिद्धू के आने पर संगत को गुरु घरों में माथा तक टेकने नहीं दिया तो इतनी सुरक्षा में बाहरी व्यक्ति स्मारक पर कैसे आ सकता है। अगर बाहरी व्यक्ति ने सुरक्षा के बीच ऐसा किया तो भी प्रशासन जिम्मेवार है। शहीद के अपमान पर एफआइआर दर्ज करके जांच पड़ताल की जानी चाहिए। वह इस मसले में डीसी और एसएसपी से भी मिलेंगे।