कृषि मंत्री रणदीप ने कहा कि केजरीवाल करते हैं बेतुकी बातें
नेताओं और राजनीतिक दलों के कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होना चाहिए।
संवाद सहयोगी , मंडी गोबिदगढ़ : नेताओं और राजनीतिक दलों के कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होना चाहिए। ये विचार कृषि एवं किसान कल्याण एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री काका रणदीप सिंह ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के गांवों के दौरे के दौरान व्यक्त किए। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविद केजरीवाल द्वारा दिए गए बयानों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में एक तरफ 12556 स्कूल हैं और पंजाब का कुल जीएसटी करीब 15000 करोड़ है जबकि दिल्ली में 1100 स्कूल और जीएसटी 54000 करोड़ है, हालांकि पंजाब देश में शिक्षा के क्षेत्र में पहले नंबर पर है तथा दिल्ली चौथे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल मोहल्ला क्लीनिक की बात कर रहे थे और कहा कि दिल्ली मॉडल पंजाब में लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा, ''हम सभी जानते हैं कि कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली में सबसे खराब स्थिति थी।'' यह भी कहा कि केजरीवाल अब तक दिल्ली के प्रदूषण के लिए पंजाब में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहरा रहे थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की हिस्सेदारी महज 4 से 7 फीसदी है. यहां तक कि केजरीवाल ने भी अपनी बेतुकी बयानबाजी से नहीं चूके। पंजाब के कृषि और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री ने कहा कि दिल्ली मॉडल को पंजाब में लागू करने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन दिल्ली की जनता को राहत देने के लिए वहां पंजाब मॉडल लागू किया जाए। वहीं अमलोह विधानसभा क्षेत्र के सात बड़े गांवों में गरीब परिवारों को दो दो मरला प्लाटों के प्रमाण पत्र बांटते हुए । उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्लाट आवंटन में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा और हर जरूरतमंद व्यक्ति को उसका हक है दिया जा रहा। इस अवसर पर उन्होंने करोड़ों रुपये के विकास कार्यों को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि 2 रुपये की लागत से तंदा बद्दा का विकास किया गया है और दो मरला प्लाट भी आवंटित किए गए हैं। इस मौके हल्का अमलोह के कई गांवों में विकास कार्यों को लोगों को समर्पित किया यहां कृषि मंत्री रणदीप ने कहा विकास में कोई ढील नहीं दी जाएगी. गांवों के बचे हुए कार्यों को भी जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। इस अवसर पर एसडीएम अमलोह जीवनजोत कौर, डीएसपी सुखविदर सिंह, बीडीपीओ अमलोह कुलविदर सिंह, जिला परिषद सदस्य, ब्लॉक समिति सदस्य, विभिन्न गांवों के सरपंच पंचों के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे.