बरसाती मौसम में डायरिया से बचाव जरूरी
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की ओर से राज्य में चार से 17 जुलाई तक तीव्र डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा (एक्यूट डायरिया रोकथाम पखवाड़ा) मनाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की ओर से राज्य में चार से 17 जुलाई तक तीव्र डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा (एक्यूट डायरिया रोकथाम पखवाड़ा) मनाया जा रहा है। कार्यवाहक सिविल सर्जन डा. जगदीश सिंह ने बताया कि इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों में डायरिया से होने वाली मृत्यु दर को कम करना है, क्योंकि युवाओं में लगातार उल्टी और डायरिया का भय बना रहता है।
मानसून के मौसम में बच्चे व युवाओं में उल्टी से पानी की कमी होती है जिससे मृत्यु भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि डायरिया का उचित इलाज ओआरएस का घोल और जिक की गोलियां हैं। प्रत्येक दस्त के बाद ओआरएस का घोल पीएं। बच्चे को 14 दिन तक जिक की गोलियों के साथ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2 से 6 महीने के बच्चे को 20 मिलीग्राम की आधी गोली और 6 महीने से ऊपर के बच्चे को 14 दिन तक रोजाना एक गोली देनी चाहिए। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. कुलदीप सिंह ने कहा कि जिक की गोली लेने से बच्चा जल्दी ठीक हो जाता है और गोली तीन महीने तक बच्चे को डायरिया और निमोनिया जैसी बीमारियों से भी बचाती है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डा. राजेश कुमार ने कहा कि इस बरसात के मौसम में ज्यादा पके, कटे हुए फल खाने से बचना चाहिए। साथ ही उबला हुआ पानी पीना, साफ खाना खाना, शौचालय जाने के बाद और खाना खाने से पहले हाथ साबुन से धोने चाहिए। इस अवसर पर जिला शिक्षा एवं सूचना अधिकारी अमरजीत सिंह सोही, मुख्य फार्मेसी अधिकारी संदीप सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक क्षितिज सीमा, जिला बीसीसी संयोजक अमरजीत सिंह, उपसमूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बलजिदर सिंह उपस्थित थे। पीएचसी नंदपुर कलूर में पखवाड़ा शुरू
इसी तरह ही एसएमओ डा. भूपिदर सिंह ने पीएचसी नंदपुर कलूर में स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव का उद्घाटन करते कहा कि यह पखवाड़ा 17 जुलाई तक मनाया जाएगा। इस दौरान आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर 0 से 5 साल तक के बच्चों को ओआरएस के पैकेट बांटेंगी। यहां ब्लाक शिक्षक हेमंत कुमार ने कहा कि अभियान के दौरान बच्चों को घर पर ओआरएस घोल बनाने की जानकारी दी जाएगी और बच्चों को जिक की गोलियां भी दी जाएंगी।