पंजाब के मंत्री चन्नी के SMO भाई का तबादला, विरोध में उतरा स्टाफ, विधायक पर लगाया आरोप
पंजाब के कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के एसएमओ भाई डॉ. मनोहर का तबादला नंदपुर कलौड़ से चमकौर साहिब कर दिया गया है। इसके विरोध में पूरा स्टाफ उतर आया है।
जेएनएन, फतेहगढ़ साहिब। कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के एसएमओ भाई का तबादला विधानसभा क्षेत्र बस्सी पठाना के प्राइमरी स्वास्थ्य केंद्र नंदपुर कलौड़ से चमकौर साहिब कर दिया गया है। बदली के बाद एसएमओ डॉ. मनोहर सिंह ने आरोप लगाया कि बस्सी पठाना के विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी के कहने पर उनका तबादला किया गया है। एसएमओ के समर्थन में पूरा स्टाफ आ गया है।
स्टाफ ने तबादला रद न होने पर काम ठप करने की चेतावनी दे डाली। स्टाफ ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग के सचिव के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसएमओ को दोबारा नंदपुर कलौड़ में तैनात करने की मांग की। ऐसा न करने पर 13 जुलाई से संघर्ष तेज करने का एलान कर दिया है।
प्रदर्शन के दौरान डॉ. नवचेतन सिंह बाजवा, डॉ. राकेश बाली, डॉ. नवजोत अलका, डॉ. जसमीत कौर व डॉ. गुरप्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना काल में एसएमओ डॉ. मनोहर सिंह खुद फील्ड में जाकर महामारी के खिलाफ जंग को फतेह करने में अहम भूमिका निभा रहे थे। उनका हौसला देखकर बाकी स्टाफ भी कोरोना के खिलाफ डटकर जंग लड़ रहा था। इलाके के लोगों में उनकी सेवाओं को लेकर प्रशंसा हो रही थी। इसी बीच, अचानक पंजाब सरकार द्वारा उनका तबादला करना जाहिर करता है कि कहीं न कहीं किसी मंशा के बीच उन्हें यहां से हटाया गया है। सरकार के इस रवैये को वे स्वीकार नहीं करेंगे। वे केवल एसएमओ डॉ. मनोहर सिंह की अगुआई में ही काम करेंगे।
रिटायरमेंट लेकर चुनाव लड़ने की है चर्चा
डॉ. मनोहर सिंह 27 दिसंबर 2019 को नंदपुर कलौड़ में बतौर एसएमओ आए थे। इसके बाद उन्होंने आम लोगों के साथ काफी संपर्क रखा। कोरोना काल में खुद सैंपलिंग के लिए घर-घर जाते रहे। इसी बीच, इलाके में इस चर्चा ने जोर पकड़ लिया कि 2022-23 में रिटायर होने वाले डॉ. मनोहर सिंह विधानसभा चुनाव से पहले रिटायरमेंट लेकर बस्सी पठाना से चुनाव लड़ेंगे। तबादले को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
बिना बताए कर दिया तबादला : एसएमओ
एसएमओ डॉ. मनोहर सिंह ने कहा कि वे तनदेही से अपनी सेवाएं दे रहे थे कि बिना बताए उनका तबादला कर दिया गया। उन्होंने कभी न तो मौखिक और न ही लिखित तौर पर तबादले की मांग की थी। उन्होंने विधायक पर तबादले के आरोप लगाए।
एसएमओ ने खुद ही तबादला मांगा था : विधायक
विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से रूटीन में तबादला किया गया है। एसएमओ ने खुद तबादला कराया है और वह अपने भाई के क्षेत्र चमकौर साहिब में ही गए हैं। उनका उनसे कोई गिला शिकवा या रंजिश नहीं थी।