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कोरोना की चपेट में अफसरशाही, पब्लिक डीलिग बंद, दफ्तरों में सन्नाटा

फतेहगढ़ साहिब चंडीगढ़ में हुई पंजाब के पीसीएस अधिकारियों की बैठक प्रदेश में एक बार फिर से किसी बड़ी आपदा से कम साबित नहीं हुई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 11:58 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 11:58 PM (IST)
कोरोना की चपेट में अफसरशाही, पब्लिक डीलिग बंद, दफ्तरों में सन्नाटा
कोरोना की चपेट में अफसरशाही, पब्लिक डीलिग बंद, दफ्तरों में सन्नाटा

धरमिदर सिंह, फतेहगढ़ साहिब चंडीगढ़ में हुई पंजाब के पीसीएस अधिकारियों की बैठक प्रदेश में एक बार फिर से किसी बड़ी आपदा से कम साबित नहीं हुई है। बैठक के दौरान ज्यादातर अधिकारियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद अफसरशाही ने एहतियात के तौर पर पब्लिक डीलिग बंद कर दी है। जिसके चलते क‌र्फ्यू के दिनों की तरह सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा छा गया है। पीसीएस अधिकारियों समेत कई विभागों ने कोरोना संक्रमण रोकने के मकसद से कुछ दिनों के लिए पब्लिक डीलिग बंद कर दी है और बकायदा अपने दफ्तरों के बाहर नोटिस चिपका दिए हैं कि अगले आदेशों तक किसी प्रकार की पब्लिग डीलिग नहीं होगी। हालांकि चंडीगढ़ में आयोजित बैठक में भाग लेने वाले जिले के तीनों पीसीएस अधिकारियों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, लेकिन कोरोना का खतरा भांपते हुए प्रशासन किसी भी तरह का रिस्क लेने को तैयार नहीं है। ये पीसीएस अधिकारी खुद भी फिलहाल दूरी बनाने में ही भलाई समझ रहे हैं। इन्होंने अपने स्टाफ को हिदायत कर दी है कि किसी को भी दफ्तर में कामकाज के सिलसिले में बुलाया न जाए और न ही दफ्तर आने वालों से कोई डीलिग की जाए। इस माहौल में जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में सन्नाटा छाया दिखाई दिया। ज्यादातर अधिकारी अपने कमरों में नहीं थे और जनता भी नदारद ही थी। 135 में से अब तक चार संक्रमित

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जिले में अब तक यह राहत भी खबर है कि कोरोना के कुल 135 मरीजों में से स्वास्थ्य विभाग के तीन व पुलिस विभाग का एक कर्मी ही संक्रमित हुआ है। खमाणों में सरकारी डॉक्टर, राजिदरा अस्पताल पटियाला में तैनात सरहिद की एक नर्स और सैंपल लेने वाले एक कर्मी के अलावा एक्साइज विभाग में तैनात पुलिस कर्मी संक्रमित हो गए थे। इनमें तीन स्वस्थ हो चुके हैं। चौथा केस वीरवार को ही सामने आया। रूटीन में हो रही सैंपलिग

स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता की तरह प्रशासनिक तौर पर भी रूटीन में ही सैंपलिग की जा रही है। जिस किसी अधिकारी या कर्मचारी के कोरोना मरीजों के संपर्क या पास जाने का पता चलता है, उसके सैंपल लेकर लैब में भेजे जाते हैं। शक या सामान्य श्रेणी में किसी प्रकार की सैंपलिग नहीं होती। बिना काम घरों से न निकलें लोग : सीएस

सिविल सर्जन डॉ. एनके अग्रवाल ने कहा कि अभी कोरोना का कहर बढ़ रहा है। मिशन फतेह के तहत महामारी को खत्म करने के लिए लोग सहयोग दें और बिना काम घरों से बाहर न निकला जाए। वे खुद बहुत ज्यादा जरूरी मामलों में ही पब्लिक डीलिग करते हैं।


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