निर्मल ¨सह बने बाबा मोती राम मेहरा ट्रस्ट के चेयरमैन
फतेहगढ़ साहिब : बाबा मोती राम मेहरा की ओर से दी गई कुर्बानी को जीवंत रखने के लिए गठित बाबा मोती राम मेहरा चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन के पद पर निर्मल ¨सह एसएस ने कब्जा कर लिया।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : बाबा मोती राम मेहरा की ओर से दी गई कुर्बानी को जीवंत रखने के लिए गठित बाबा मोती राम मेहरा चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन के पद पर निर्मल ¨सह एसएस ने कब्जा कर लिया। चुनाव में नौ उम्मीदवारों में से चार प्रत्याशियों के नाम वापस लेने के बाद चुनावी दंगल में कुल पांच उम्मीदवार मैदान में थे। चेयरमैन के पद का चयन 1405 मतदाताओं के मतदान से किया जाना था, लेकिन 646 मतदाताओं ने ही मतदान किया। इनमें से नौ मत किसी कारण कैंसिल कर दिए गए।
निर्मल ¨सह एसएस को 284, मनमोहन ¨सह भागोवालिया को 213, सरुप ¨सह बेगोवाल को 133, पुरषोतम ¨सह ट्रस्ट के पूर्व कन्वीनर को चार व स¨तदर ¨सह राजा को तीन मत हासिल हुए। गौर हो बाबा मोती राम मेहरा चेरिटेबल ट्रस्ट का गठन वर्ष 1985 में किया गया था। 12 साल तक इस ट्रस्ट की देखरेख का जिम्मा कैप्टन वीर ¨सह ने सर्वसम्मति से निभाया। वर्ष 1997 से 2003 तक सुरजीत ¨सह चेयरमैन रहे। चेयरमैन के पद पर पहली बार मतदान के माध्यम से चुनाव वर्ष 2010 में हुआ। मंगत ¨सह चेयरमैन बने, लेकिन चेयरमैन संग छिड़े विवाद के चलते यहां पर 31 सदस्यीय कमेटी का गठन तक दिया गया। जिसके कन्वीनर पुरषोतम ¨सह बनाए गए। अब आठ साल बाद मतदान के जरिए चेयरमैन के पद का चुनाव हुआ है।
चुनावी मैदान में डटे थे यह प्रत्याशी
ट्रस्ट के चेयरमैन पद के लिए चुनावी मैदान में डटे निर्मल ¨सह एसएस अकाली दल की सरकार में पिछड़ी श्रेणी कमेटी के वाइस चेयरमैन, मनमोहन ¨सह भागोवालिया शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुलाजिम व आम आदमी पार्टी छोड़ कर अकाली दल में शामिल हुए। यह दोनों प्रत्याशी राजनीति में सरगर्म हैं। जबकि अन्य तीनों सदस्य सरुप ¨सह बेगोवाल, पुरषोतम ¨सह ट्रस्ट के पूर्व कन्वीनर व स¨तदर ¨सह राजा का राजनीति से कोई संबंध नहीं है।