बहते दरिया की तरह है इतिहास : डा. प्रीतपाल सिंह
श्री गुरु ग्रंथ साहिब विश्व यूनिवर्सिटी के धर्म अध्ययन विभाग की ओर से श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को समर्पित राष्ट्रीय वेबिनार कराया गया
जासं, फतेहगढ़ साहिब : श्री गुरु ग्रंथ साहिब विश्व यूनिवर्सिटी के धर्म अध्ययन विभाग की ओर से श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को समर्पित राष्ट्रीय वेबिनार कराया गया। वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा. प्रितपाल सिंह ने कहा कि इतिहास एक बहते दरिया जैसा विषय है।
उन्होंने कहा कि इतिहास को लगातार खोजते रहना, नए स्रोत ढूंढ़ते हुए पिछली शंकाओं का निवारण तथा नई धारणाओं को स्थापित किया जा सकता है। गुरु तेग बहादुर जी के गिरफ्तारी स्थान तथा उनकी शहादत मौके औरंगजेब के दिल्ली में हाजिर होने संबंधी इतिहासकारों ने विभिन्न धारणाओं में इसका वर्णन किया है। विशेष तौर पर शामिल डा. दलबीर सिंह पन्नू ने गुरु जी की जीवनी की जानकारी दी तथा कहा कि पुराने फारसी स्रोतों से जहां महत्वपूर्ण जानकारियां मिलती है तो उनके लेखकों के पक्षपाती रवैये से भी सचेत रहना होगा। वीसी ने सिख इतिहासकारों को कहा कि वह सही खोज को ही पेश करें। यूनिवर्सिटी के डीन अकादमिक डा. सुखविदर सिंह ने वेबिनार में शामिल होने वालों का आभार जताया। इस अवसर पर विभाग मुखी डा. किरणदीप कौर, सहायक प्रोफेसर डा. हरदेव सिंह, डीन फेकल्टी डा. तेजबीर सिंह भी मौजूद रहे। धार्मिक स्थानों पर ही लगेंगे लाऊड स्पीकर
फतेहगढ़ साहिब : डिप्टी कमिश्नर अमृत कौर गिल ने धारा 144 अधीन गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के तीन किलोमीटर क्षेत्र में लाऊड स्पीकर या कोई भी साउंड सिस्टम चलाने पर पूर्ण पाबंदी लगाई है। चूंकि, शहीदी सभा के दौरान अकसर देखा जाता है कि आम लोग, दुकानदार या लंगर कमेटियां ऊंची आवाज में लाऊड स्पीकर चलाकर ध्वनि प्रदूषण करती हैं। जिसका संगत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। 31 जनवरी 2021 तक जारी रहने वाले यह आदेश धार्मिक स्थानों पर लागू नहीं होंगे। वहीं, डिप्टी कमिश्नर ने शहीदी सभा के दौरान हर प्रकार की सर्कसों, झूलों, जिदा डांस व धार्मिक माहौल की पवित्रता भंग करने वाले मनोरंजन के खेलों पर भी पूर्ण पाबंदी लगाई है।