Move to Jagran APP

पंजाब में ट्रेनों की आवाजाही शुरू, औद्योगिक क्षेत्रों में लौटी रौनक, शिक्षण संस्थान भी होने लगे गुलजार

लंबे अंतराल के बाद पंजाब में ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है। इससे राज्य के औद्योगिक क्षेत्रों में रौनक लौट आई है। इसके अलावा कालेजों में भी रौनक लौट आई है। ट्रेनें न चलने के कारण विद्यार्थी अपने घरों में फंसे हुए थे।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 01:17 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 01:17 PM (IST)
पंजाब में ट्रेनों की आवाजाही शुरू, औद्योगिक क्षेत्रों में लौटी रौनक, शिक्षण संस्थान भी होने लगे गुलजार
फतेहगढ़ साहिब में कालेजों में पहुंचेे बाहरी स्टूडेंट। जागरण

फतेहगढ़ साहिब [धरमिंदर सिंह]। कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब में किसान सड़कों पर हैं। किसानों ने लंबे समय तक रेल ट्रैकों को जाम रखा, जिससे राज्य में ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रही। बाद में किसानों ने रेल ट्रैक खाली भी किए, लेकिन रेलवे मंत्रालय तब तक मालगाड़ियां चलाने के लिए राजी नहीं था जब तक किसान यात्री ट्रेनों के लिए भी ट्रैक खाली न कर दें। पंजाब सरकार के हस्तक्षेप के बाद किसान इस बात पर राजी हुए कि वह यात्री ट्रेनोंं की आवाजाही में बाधा नहीं डालेंगे। पंजाब में ट्रेनों की आवाजाही शुरू होने के बाद औद्योगिक क्षेत्र में रौनक लौटने के साथ-साथ कालेज भी गुलजार होने लगे हैं।  

loksabha election banner

पंजाब के शिक्षण संस्थानों में बाहरी राज्यों के छात्रों के लौटने से रौनक लौटने लगी है। फतेहगढ़ साहिब की श्री गुरु ग्रंथ साहिब विश्व यूनिवर्सिटी, माता गुजरी कालेज, अमलोह इलाके स्थित देश भगत यूनिवर्सिटी, खमाणों के कोआर्डिया कालेज आफ ग्रुप में बाहरी राज्यों के हजारों छात्र पढ़ाई करते हैं। पहले कोरोना के चलते छात्र अपने घरों को जाने के लिए विवश हुए थे।

बाद में, लॉकडाउन समाप्त हुआ और जब तक कालेजों को खोलने की मंजूरी मिली तो किसान आंदोलन के चलते रेल ट्रैक बंद रहे। इस वजह से बाहरी राज्यों के छात्र कालेजों व यूनिवर्सिटीज में आकर अपनी पढ़ाई शुरू नहीं कर सके थे। कालेजों के कैंपस में भी सन्नाटा सा छाया रहता था। अब पंजाब में यात्री गाड़ियों की आवाजाही भी काफी हद तक सामान्य होने से छात्र लौट रहे हैं।

हालात समझने पर किसानों व सरकार का जताया आभार

देशभगत यूनिवर्सिटी के चांसलर डा. जोरा सिंह ने कहा कि उनकी यूनिवर्सिटी में जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात व अन्य राज्यों से करीब दो हजार छात्र हैं। सभी छात्र कोरोना संकट में अपने घरों को चले गए थे। रेलगाड़ियां न चलने कारण वे वापस नहीं आ रहे थे। अब यूनिवर्सिटी में रौनक लौट रही है। अभिभावक भी बगैर किसी चिंता के छात्रों को भेज रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.