हैमर थ्रो का पूर्व राज्यस्तरीय खिलाड़ी बना लुटेरा, मंडी गोबिंदगढ़ में अवैध पिस्टल समेत गिरफ्तार
राज्यस्तर पर हैमर थ्रो में लोहा मनवाने वाला युवक अपराध की दुनिया में इस कदर फंसा कि हथियारों को अपना शौक और लूटपाट को धंधा बना लिया।
जेएनएन, फतेहगढ़ साहिब। स्कूली शिक्षा के दौरान राज्यस्तर पर हैमर थ्रो में लोहा मनवाने वाला युवक अपराध की दुनिया में इस कदर फंसा कि हथियारों को अपना शौक और लूटपाट को धंधा बना लिया। सीआइए स्टाफ सरहिंद ने शनिवार को मंडी गोबिंदगढ़ में उसे एक साथी समेत गिरफ्तार किया। उसकी पहचान संदीप सिंह सोनी निवासी गांव छबीलपुर थाना घग्गा जिला पटियाला और उसके साथी गुरफतेह सिंह निवासी गांव हरदासपुरा थाना बालिया जिला संगरूर के रूप में हुई।
संदीप के कब्जे से .32 बोर की पिस्टल और सात जिंदा कारतूस भी मिले। पुलिस को आशंका है कि आरोपित क्षेत्र में वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। संदीप सोनी हैमर थ्रो का राज्यस्तरीय खिलाड़ी था और विभिन्न प्रतियोगिताओं में कई पदक भी जीत चुका है। सीआइए स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर भूपिंदर सिंह ने बताया कि मंडी गोबिंदगढ़ के लाल बत्ती चौक में सूचना के आधार पर दोनों को पकड़ा गया। वे अमलोह से लुधियाना की तरफ स्कार्पियो गाड़ी में आ रहे थे। उनका रिमांड हासिल किया गया है।
दो महीने पहले पांच गोलियां मार छीनी थी ब्रीजा गाड़ी
संदीप सिंह सोनी ने 2 जून 2020 को समाना में लिफ्ट के बहाने मनदीप सिंह दुल्लड़ को पांच गोलियां मारकर ब्रीजा गाड़ी छीन ली थी। उसके खिलाफ थाना सदर समाना में मामला भी दर्ज है। पुलिस ने बाद में गाड़ी को चीका से बरामद कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। जमानत पर आने के बाद संदीप ने फिर अवैध हथियार खरीदा। अभी तक दूसरा मामला पातड़ां से सामने आया है। वहां संदीप और उसके दर्जनों साथियों ने एक छात्र पर जानलेवा हमला किया था। यहां भी संदीप ने अवैध हथियार से गोलियां चलाई थीं।
आइटीबीपी में जा देशसेवा का था शौक
स्कूली शिक्षा के दौरान संदीप सिंह को आइटीबीपी में जाकर देश की सेवा करने का शौक था। बारहवीं पास करने के बाद उसने आइटीबीपी की भर्ती में भाग लिया था। इस दौरान मेडिकल में अनफिट करार देने के बाद वह अपराध की दुनिया में प्रवेश कर गया। संदीप सिंह और उसके साथियों ने यूपी तक नेटवर्क बना रखा है। यूपी में बैठे अपराधियों से वे अवैध हथियार खरीदते हैं। जमानत पर आने के बाद भी उसने यूपी से ही हथियार खरीदा था।