भगवान की भक्ति का जाति-धर्म के साथ कोई संबंध नहीं : डॉ. चमकौर ¨सह
श्री गुरू ग्रंथ साहिब वर्ल्ड यूनिवर्सिटी के श्री गुरु ग्रंथ साहिब धर्म अध्ययन विभाग द्वारा गुरु रविदास जी के प्रकाश पर्व को समर्पित 'भक्त रविदास जी की वाणी में मानवीय जीवन शैली' पर लेक्चर करवाया गया।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : श्री गुरू ग्रंथ साहिब वर्ल्ड यूनिवर्सिटी के श्री गुरु ग्रंथ साहिब धर्म अध्ययन विभाग द्वारा गुरु रविदास जी के प्रकाश पर्व को समर्पित 'भक्त रविदास जी की वाणी में मानवीय जीवन शैली' पर लेक्चर करवाया गया। जिसमें डॉ. चमकौर ¨सह डायरेक्टर जत्थेदार गुरचरन ¨सह टौहड़ा इंस्टीट्यूट एडवांस स्टडीज इन सिखीजम बहादुरगढ़ विशेष तौर पर पहुंचे। समारोह की अध्यक्षता कार्यकारी वाइस-चांसलर डॉ प्रितपाल ¨सह ने की।
डॉ. चमकौर ¨सह ने कहा कि गुरु रविदास जी की वाणी जहां मनुष्य को दैवी सरोकारों के साथ जोड़ती है वहीं जीव को सामाजिक मूल्यों से रू-ब-रू करवाती है। उन्होंने कहा कि धर्म लोगों को विभाजित नहीं करता बल्कि मानव ने विभिन्न अनुशासन पैदा किये हैं।
डॉ. प्रितपाल ¨सह ने कहा कि परमात्मा की भक्ति का किसी भी जाति-धर्म के साथ विशेष संबंध नहीं जोड़ा जा सकता। परमात्मा की कृपा का हर एक प्राणी पात्र बन सकता है। उन्होंने गुरु रविदास जी के जीवन और वाणी से सीख लेकर जाति-पात और नस्ल भेद से ऊपर उठ कर एक संतुलित समाज के लिए प्रयत्न करने को कहा।
इस मौके पर डॉ. जोगिंदर ¨सह, इंचार्ज डॉ. किरणदीप कौर, डॉ. हरदेव ¨सह, डॉ. सिकंदर ¨सह, डॉ. नरिंदर कौर, हरप्रीत ¨सह नाज, अमन ¨सह, हरजीत ¨सह, गुरप्रताप ¨सह, मनिंदर ¨सह आदि उपस्थित थे।