26 नवंबर को पंजाब में राष्ट्रीय राजमार्ग पर नौ प्वाइंट्स पर इकट्ठे होंगे 22 जिलों के किसान
कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ 26 नवंबर को किसानों द्वारा दिल्ली का घेराव करने के ऐलान के बाद पंजाब के किसानों ने इस दिन ट्रैक्टर-ट्रालियों में यहां से रवाना होने की रूप-रेखा बनानी तेज कर दी है। शंभू बार्डर से लेकर अमृतसर तक पंजाब में राष्ट्रीय राजमार्ग पर नौ प्वाइंट्स बनाए गए हैं जहां पर पंजाब के 22 जिलों के किसान इकट्ठे होंगे।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ 26 नवंबर को किसानों द्वारा दिल्ली का घेराव करने के ऐलान के बाद पंजाब के किसानों ने इस दिन ट्रैक्टर-ट्रालियों में यहां से रवाना होने की रूप-रेखा बनानी तेज कर दी है। शंभू बार्डर से लेकर अमृतसर तक पंजाब में राष्ट्रीय राजमार्ग पर नौ प्वाइंट्स बनाए गए हैं, जहां पर पंजाब के 22 जिलों के किसान इकट्ठे होंगे। प्वाइंट्स पर किसानों के इकट्ठे होने का कार्यक्रम और जिलों की अलाटमेंट 21 नवंबर को किसान भवन चंडीगढ़ में होने वाली किसानों की बैठक में होगी। इस बारे में जानकारी देते हुए भारतीय किसान यूनियन (सिद्धूपुर) के महासचिव सुरिदर सिंह लुहारी ने बताया कि फतेहगढ़ साहिब जिले के 460 गांवों से किसान अपने साथियों समेत ट्रैक्टर ट्रालियों में दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। जिले से करीब सात सौ ट्रैक्टर ट्रालियां ले जाई जाएंगी। किसानों के काफिले को जहां भी जबरदस्ती रोका गया वहां ही पक्का मोर्चा लगाया जाएगा। किसान अपना राशन साथ लेकर चलेंगे।
केंद्र से मिली हुई है पंजाब सरकार
लुहारी ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के बयानों से साफ जाहिर है कि वे केंद्र सरकार से मिले हुए हैं। केंद्र के सामने किसानों का अकस खराब किया जा रहा है। जबकि, किसानों ने 22 अक्तूबर को ही रेल ट्रैक खाली कर दिए थे। पंजाब सरकार अपनी तरफ से केंद्र को लिखकर नहीं दे रही है। जिस कारण मालगाड़ियां नहीं चलाई जा रहीं। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के बाद अगर सरकार नहीं चेती तो अगली रणनीति बनाई जाएगी।