बीडीपीओ के जाली साइन कर 39.80 लाख का गबन किया, पूर्व सरपंच व पंचायत सचिव नामजद
फतेहगढ़ साहिब के खेड़ा ब्लाक अधीन आते कोटला भाईके के पूर्व सरपंच द्वारा पंचायत सचिव से मिलकर 3980880 रुपये का गबन करने का मामला सामने आया है।
संवाद सहयोगी, सरहिद : फतेहगढ़ साहिब के खेड़ा ब्लाक अधीन आते कोटला भाईके के पूर्व सरपंच द्वारा पंचायत सचिव से मिलकर 39,80,880 रुपये का गबन करने का मामला सामने आया है। थाना फतेहगढ़ साहिब में खेड़ा ब्लाक के पूर्व बीडीपीओ जसवीर सिंह मिन्हास की शिकायत पर पूर्व सरपंच नवरीत सिंह और पूर्व पंचायत सचिव बहादर सिंह निवासी नलीनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया।
जसवीर सिंह 17 अप्रैल 2017 से लेकर एक मार्च 2018 तक खेड़ा ब्लाक के बीडीपीओ थे। इस दौरान उनके अधीन आते गांवों के सरपंच नियमों के अनुसार चेकों पर हस्ताक्षर करवाने के बाद पंचायती खातों से रकम निकलवाते रहते थे। उनके तबादले के बाद उन्हें पता चला कि कोटला भाईके के पूर्व सरपंच नवरीत सिंह ने उनके बाद खेड़ा ब्लाक के बीडीपीओ बने हरकीरत सिंह के जाली हस्ताक्षर करते हुए गबन किया। जिस संबंधी बस्सी पठाना में एक अक्टूबर 2018 को मामला दर्ज किया गया था। इस पर हरकीरत सिंह ने जसवीर सिंह से कहा कि वे अपने कार्यकाल के दौरान पास हुए चेकों की जानकारी भी बैंकों से पता करवाएं। इसके जब जसवीर सिंह ने कोआपरेटिव बैंक सद्दोमाजरा और एचडीएफसी बैंकों से जानकारी ली तो पता चला कि उनके कार्यकाल के दौरान कुल 31 चेकों के माध्यम से 39,80,880 रुपये कोटला भाईके पंचायत के खातों से निकलवाए गए थे। कोआपरेटिव बैंक से नौ चेकों से 11,31,280 रुपये निकलवाए गए थे। इनमें से जिन चार चैकों बीडीपीओ के असली हस्ताक्षर थे, उनके माध्यम से 7,83,680 रुपये निकलवाए गए थे। एचडीएफसी के सभी 22 चेकों पर जाली हस्ताक्षर करते हुए 28,49,600 रुपये निकलवाए गए थे। कुल 39,80,880 रुपये निकाले गए थे। जिसमें पूर्व सरपंच व सचिव की मिलीभगत सामने आने पर मामला दर्ज किया गया। बस्सी पठाना में पांच लाख 96 हजार गबन का मामला दर्ज
बस्सी पठाना थाने में पूर्व सरपंच नवरीत सिंह के खिलाफ सात अक्टूबर 2018 को गबन का मामला दर्ज किया गया था। यह मामला बीडीपीओ हरकीरत सिंह ने दर्ज कराया था। इस मामले में पूर्व सरपंच पर बीडीपीओ के जाली हस्ताक्षर करते हुए 5 लाख 96 हजार 950 रुपये का गबन करने का आरोप है। मामले में पूर्व सरपंच को हाई कोर्ट से जमानत मिली हुई है। मामले के बाद ही पूर्व बीडीपीओ जसवीर सिंह मिन्हास ने 25 जून 2019 को फतेहगढ़ साहिब पुलिस से शिकायत की थी। जमीन अधिग्रहण से करोड़पति बनी थी पंचायत
जमीन अधिग्रहण के बाद कोटला भाईके की पंचायत करोड़पति बनी थी। पंचायत की कुछ जमीन व बिल्डिगें रेल लाइनों के बीच आने के चलते जमीन अधिग्रहण के बदले पंचायत को दो करोड़ 99 लाख रुपये मिले थे। उस समय नवरीत सिंह गांव के सरपंच थे। इस रकम में से 90 लाख रुपये बीडीपीओ को सेक्रेटरी वेजज जमा करवाए गए थे। बाकी की अधिकांश रकम में से गबन किया गया।