कैप्टन की माफियाओं से थी मिलीभगत, तभी नाम उजागर नहीं कर रहे : दूलो
अगर कैप्टन अमरिदर सिंह ने पंजाब में माफिया पर ईमानदारी से काबू पाया होता तो आज माफिया पर पूरी तरह से काबू पाया जा सकता था।
संवाद सहयोगी, मंडी गोबिदगढ़ : अगर कैप्टन अमरिदर सिंह ने पंजाब में माफिया पर ईमानदारी से काबू पाया होता तो आज माफिया पर पूरी तरह से काबू पाया जा सकता था। अब वह अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए सोनिया गांधी पर आरोप लगा रहे हैं। यहां तक कि कैप्टन ड्रग, रेत, शराब माफिया में शामिल मंत्रियों, नेताओं और अन्य लोगों के चेहरे बेनकाब कर सकते हैं। ऐसा नहीं करने पर उन पर हमेशा आरोप लगता रहेगा कि उनके संरक्षण में ही माफिया राज को बढ़ावा मिला है। यह बात राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलो ने कही। वह एक निजी समारोह में शामिल होने अमलोह आए थे।
उन्होंने पूर्व डीजीपी मुस्तफा के विवादित वायरल वीडियो की निदा की। दूलो ने कहा कि कैप्टन आज भी माफिया का समर्थन कर रहे हैं नहीं तो वे ऐसे लोगों के नाम जरूर सबके सामने लाते, जरूर इनकी मिलीभगत है। ईडी की छापामारी में चरणजीत सिंह चन्नी के बारे में दूलो ने कहा कि चन्नी पर आरोप लगाने वाले बिना सुबूत के किसी पर आरोप न लगाएं। कहा कि ईडी ने सिर्फ एक को गिरफ्तार किया है और किसी को नहीं इसलिए ईडी को सच्चाई सबके सामने रखनी चाहिए। वहीं, एक सवाल के जवाब में उन्होंने पूर्व डीजीपी मुस्तफा के विवादास्पद वायरल वीडियो के बारे में कहा कि यह एक बुरी बात थी क्योंकि मालेरकोटला इतिहास से जुड़ा हुआ शहर था। मुस्तफा वहां से उन चीजों की बात कर रहे हैं जो नहीं की जानी चाहिए। दूलो ने कहा कि अब किसी भी पार्टी में सिद्धांत नहीं हैं। अब 'आया राम गया राम' की जो स्थिति पहले हरियाणा में थी, वह अब पंजाब में भी हो गई है। पार्टी बदलने वालों को अपना फायदा दिखता है। अब लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।