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पराली न जलाएं, मलचर से जमीन में मिलाएं

फतेहगढ़ साहिब पराली को आग न लगाने के लिए चलाई जा रही मुहिम के तहत कृषि व किसान भलाई विभाग ने ब्लाक खेड़ा के गांव सद्दोमाजरा में जागरूकता शिविर लगाया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 11:56 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 11:56 PM (IST)
पराली न जलाएं, मलचर से जमीन में मिलाएं
पराली न जलाएं, मलचर से जमीन में मिलाएं

संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब :

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पराली को आग न लगाने के लिए चलाई जा रही मुहिम के तहत कृषि व किसान भलाई विभाग ने ब्लाक खेड़ा के गांव सद्दोमाजरा में जागरूकता शिविर लगाया गया। शिविर गांव के अग्रणीय किसान गुरदीप सिंह के खेत में एसएमएस वाली कंबाइन से धान की कटाई करवाने उपरांत सुपर सीडर मशीन का ट्रायल करवाया गया। मुख्य कृषि अफसर डा. सुरजीत सिंह वालिया ने बताया कि विभाग द्वारा विभिन्न कृषि मशीनों के ड्रा निकाले गए हैं। जिसमें किसान गुरदीप सिंह का सुपर सीडर मशीन का ड्रा निकला है। उन्होंने बताया कि किसान गुरदीप सिंह ने पिछले कई वर्षों से पराली को आग नहीं लगाई।

कृषि अधिकारी हरसंगीत सिंह ने किसानों को सुपर सीडर मशीन और पराली प्रबंधन के लिए बरती जाती विभिन्न कृषि मशीनरी के बारे में भी तकनीकी जानकारी दी। पराली को मलचर से जमीन में मिलाकर जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ाई जा सकती है और पर्यावरण का प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है। डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर आतमा हरमनजीत सिंह ने किसानों को पराली को आग न लगाने की अपील की। उन्होंने बताया कि किसान बेलर चलाकर पराली की गांठें भी बना सकते हैं। जितेंद्र सिंह ने धान की पराली को आग लगाने से होने वाले नुकसान बारे जानकारी दी। इस अवसर पर राजवीर सिंह, रणजीत सिंह, विरसा सिंह, सज्जन सिंह, जगदीप सिंह, गुरदयाल सिंह, सुरिदर सिंह आदि उपस्थित थे।


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