डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट ने फूंका शिक्षा सचिव का पुतला
शिक्षा सचिव से तंग आ चुके अध्यापकों ने डेमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट की काल पर जिला हेड क्वार्टर पर सचिव हटाओ शिक्षा बचाओ के नारे लगाकर शिक्षा सचिव का पुतला फूंका।
संवाद सहयोगी, सरहिद : शिक्षा सचिव से तंग आ चुके अध्यापकों ने डेमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट की काल पर जिला हेड क्वार्टर पर सचिव हटाओ, शिक्षा बचाओ के नारे लगाकर शिक्षा सचिव का पुतला फूंका। इस मौके अध्यक्ष लखविदर सिंह ने कहा कि लगभग एक वर्ष के लाकडाउन के बाद पंजाब समेत अधिकतर राज्यों में स्कूल खुल चुके है और विद्यार्थियों ने कक्षाएं भी लगानी शुरु कर दी है, लेकिन पंजाब का अध्यापक वर्ग अभी भी आलनाइन शिक्षा और कागजी कार्रवाई पूरी करने के चक्कर में पड़ा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा सचिव ने आनलाइन शिक्षा को स्कूली शिक्षा का बदल बनाने के लिए जोर लगा रखा है और शिक्षा व अध्यापकों से संबंधित मामलों को हल नहीं कर रहे। जिसके रोष स्वरूप उन्होंने यह पुतला फूंका है।
इस मौके डीटीएफ के हरिदरजीत सिंह, राजविदर सिंह ने कहा कि शिक्षा सचिव का रवैया तानाशाही और शिक्षा विरोधी है। अध्यापकों के बुनियादी मामले जैसे कि संघर्ष दौरान चार मंत्रियों की कमेटी द्वारा लिए फैसले भी रद्द न करना, पटियाला जिले से संबंधित दो अध्यापकों को रेगूलर करने के आदेश रोकना, ओडीएल अध्यापकों को रेगूलर न करना, वर्ष 2020 के तबादले रोकने और 3582 अध्यापकों को अपनी जिलों में बदली करवाने का विशेष मौका न देना, कच्चे अध्यापकों और नान टीचिग को पक्का न करना आदि शामिल है। सुखजिदर सिंह और अमनदीप सिंह ने कहा कि शिक्षा सचिव द्वारा शत प्रतिशत परिणाम का ड्रामा पूरा करने के लिए अध्यापकों को फर्जी आंकड़े बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। कहा कि यदि सचिव द्वारा इन कार्रवाइयों को न रोका गया तो अध्यापकों का विरोध इसी तरह जारी रहेगा और लोगों में सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों को सामने लाया जाएगा। इस अवसर पर पाल सिंह, जसवीर सिंह, जतिदर सिंह, गुरमेल सिंह, रविदर सिंह, भुपेंद्र सिंह, गगनदीप सिंह, बलजिदर सिंह, सुखजीत सिंह, चरन सिंह आदि उपस्थित थे।