गुरुद्वारा साहिब के साथ थेह को जिला प्रशासन को न देने को लेकर दिया मांग पत्र
दिसंबर माह के अंत में लगने वाली शहीदी सभा दौरान गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के साथ सटी थेह की सुरक्षा को प्रशासन को न दिए जाने को लेकर मांग पत्र अध्यक्ष एसजीपीसी के नाम गुरुद्वारा साहिब के अधिकारियों को दिया।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब
दिसंबर माह के अंत में लगने वाली शहीदी सभा दौरान गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के साथ सटी थेह की सुरक्षा को प्रशासन को न दिए जाने को लेकर मांग पत्र अध्यक्ष एसजीपीसी के नाम गुरुद्वारा साहिब के अधिकारियों को दिया। एसजीपीसी सदस्यों, जिला प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के नाम दिए इस मांग पत्र को लेकर जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन बलजीत सिंह भूट्टा ने कहा कि महान शहीद बाबा जोराबर सिंह, बाबा फतेह सिंह तथा माता गुजरी जी की कुर्बानी उपरांत बाबा बंदा सिंह बहादुर ने सरहिद फतेह कर तत्कालीन नवाब बजीर खान के राज्य को तहस नहस किया था तथा 14 मई 1710 को खालसा राज्य की स्थापना कर इसी पुरात्न थेह पर झंडा फहराया था, जिसका कुछ हिस्सा ही अब बाकी है। उन्होंने कहा कि शहीदी सभा दौरान इस थेह को जिला व पुलिस प्रशासन को दे दिया जाता है, जिससे संगत इस थेह पर नहीं जा पाती तथा इसके इतिहास की भी जानकारी नहीं ले पाते। उन्होंने एसजीपीसी से अपील करते हुए कहा कि वह शहीदी सभा दौरान थेह को जिला प्रशासन को न दे बल्कि इस थेह पर इतिहास की जानकारी देने के लिए लिटरेचर व प्रदर्शनी लगाए ताकि संगत को खालसा राज्य की स्थापना के इतिहास की जानकारी मिल सके। इस मौके गुरुद्वारा साहिब के रिकार्ड कीपर हरमनजीत सिंह, कथा वाचक बाबा गुरप्रीत सिंह, एडवोकेट अमनदीप सिंह चीमा,जय सिंह, गुरमुख सिंह, ज्ञान सिंह, जितेन्द्र पाल सिंह, जोगा सिंह, नील कमल कौर बाठ, हरदेव सिंह, मंजीत सिंह, देवेन्द्र सिंह, भगवान सिंह, गुरपाल सिंह सहित अन्य मौजूद थे।