कार बाजार से गाड़ियां हटाने के आदेश के खिलाफ डीलर
कार बाजार एसोसिएशन छोटी बारादरी ने जागरण आपके द्वार के तहत नगर निगम द्वारा सप्ताह पहले कार बाजार में मुनादी करवा गाड़ियां हटाने के आदेशों पर नाराजगी जताई है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : कार बाजार एसोसिएशन छोटी बारादरी ने 'जागरण आपके द्वार' के तहत नगर निगम द्वारा सप्ताह पहले कार बाजार में मुनादी करवा गाड़ियां हटाने के आदेशों पर नाराजगी जताई है। छोटी बारादरी में बढ़ती ट्रैफिक समस्या को दूर करने के लिए निगम के आदेश पर कार डीलरों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। एसोसिएशन के प्रधान सुधीर कुमार ने कहा कि ट्रैफिक समस्या से कार बाजार में बैठे डीलर भी परेशान हैं, लेकिन सभी गाड़ियां कार बाजार डीलरों की नहीं हैं। आसपास के होटलों, इंस्टीट्यूट्स, बैंकों और इलाके में रहने वाले लोग भी यहां गाड़ियां खड़ी करते हैं, लेकिन नगर निगम ने इन सभी का जिम्मा कार बाजार डीलरों पर डाल दिया है। उन्होंने कहा कि नगर निगम एक बार यहां आकर चेकिग करे और अगर कार बाजार डीलरों के अलावा किसी अन्य व्यक्ति की गाड़ी गलत ढंग से खड़ी है, तो उसका चालान करें। मार्केट में पड़े जेनरेटर्स और रेहड़ी वालों के कारण भी अतिक्रमण हुआ है, उसे भी हटाया जाए। उसके बाद भी अगर नगर निगम चाहती है कि कार बाजार एसोसिएशन अपनी गाड़ियां यहां से हटा ले, तो एसोसिएशन को जगह अलॉट की जाए, ताकि वह अपना कारोबार सही तरीके से कर सकें। फोटो 03-
कार बाजार एसोसिएशन के डीलर पंकज जैन ने कहा कि एसोसिएशन के साथ डेंटर, पेंटर, इलेक्ट्रीशियन, कार असेसरीज वाले मिलाकर करीब दो हजार परिवार जुड़े हैं। अगर कार बाजार यहां से शिफ्ट होता है तो इन सभी परिवारों को झटका लगेगा, जोकि सरासर गलत है। नगर निगम को चाहिए कि वह सभी डीलरों की गाड़ियों की पहचान करे और उन्हें एक बार इन्हें सही ढंग से पार्किंग की चेतावनी दे। डीलरों के अलावा जो कोई अन्य गाड़ी छोटी बारादरी में पार्क की गई है, उसकी पहचान करें और चालान करवाएं। पंकज जैन ने कहा कि मार्केट में बनी दुकानों के पहले फ्लोर कुछ ही समय पहले अलॉट किए गए हैं। वह भी अपनी गाड़ियां मार्केट में पार्क करेंगे, क्योंकि उन्होंने या तो इन फ्लोर्स को खरीदा है या किराए पर लेकर रखा है। ऐसे में गाड़ियों की पहचान किया जाना सबसे ज्यादा जरुरी है।
-पंकज जैन, कार डीलर। फोटो 04
कार बाजार में काम करने वाले डीलर विपिन शर्मा ने कहा कि हर रविवार को छोटी बारादरी में बाहर से आने वाले लोग संडे मार्केट लगाते हैं। वह कार बाजार की दुकानों के बाहर रेहड़ियां लगाकर पूरा दिन खड़े रहते हैं जिससे उनके व्यापार पर असर पड़ता है। कार डीलरों की कुल 40 दुकानें बाजार में हैं। हर एक डीलर द्वारा 3 से 4 गाड़ियां यहां खड़ी की जाती हैं। एक दम से इन गाड़ियों को यहां से हटाकर कहीं ओर लगाने के लिए डीलरों के पास किसी तरह की जगह नहीं है। निगम को चाहिए कि वह एसोसिएशन के साथ मिलकर इसका हल निकाले।
-विपिन शर्मा फोटो 05-
कार बाजार में काम करने वाले डीलर बलबीर सिंह ने कहा कि इस मार्केट को आबाद करने वाली कार बाजार एसोसिएशन ही है। उन्होंने साल 2000 में यहां गाड़ियों की बिक्री का काम शुरू किया था। उस समय यहां किसी तरह का इंस्टीट्यूट, होटल आदि नहीं थे। इसलिए पहले पार्किंग की समस्या नहीं आती थी। लेकिन अब फ्लैट्स में खुले इंस्टीट्यूट, बैंकों, होटलों के कारण रोजाना 200 एक्सट्रा गाड़ियां खड़ी होती हैं। जोकि कार बाजार एसोसिएशन की नहीं हैं। इसलिए निगम को चाहिए कि वह सभी बैंकों, इंस्टीट्यूट और होटल मालिकों से बात करके उन्हें सही ढंग से पार्किग करने के आदेश दें।
बलबीर सिंह