लोहा नगरी में सात से उन्नीस सीटों तक पहुंची कांग्रेस, प्रचंड बहुमत मिला
पंजाब की सबसे अमीर नगर कौंसिल मंडी गोबिदगढ़ में गत पांच साल के दौरान कांग्रेस ने सियासी तौर पर काफी पकड़ की।
इकबालदीप संधू, मंडी गोबिदगढ़ : पंजाब की सबसे अमीर नगर कौंसिल मंडी गोबिदगढ़ में गत पांच साल के दौरान कांग्रेस ने सियासी तौर पर काफी पकड़ की। इसके परिणाम बुधवार को नगर कौंसिल चुनावों के नतीजों ने दिया। वर्ष 2015 में यहां कांग्रेस को मात्र सात सीटें मिली थीं। कांग्रेस के सहयोग से मजबूरन शिअद (बादल) की पूनम जिदल को अध्यक्ष बनाना पड़ा था। पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने के बाद यहां कांग्रेस का ग्राफ बढ़ा दिखाई दे रहा है। इस बार कांग्रेस ने सीधे 19 सीटों पर जाकर ब्रेक लगाई। कुल 29 में से 19 उम्मीदवार जीते। कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिला।
अब उन्हें किसी के समर्थन की जरूरत नहीं होगी। वहीं इन चुनावों में पूर्व अध्यक्ष पूनम जिदल को हार का सामना करना पड़ा। शिअद (ब) की तरफ से चुनाव लड़ने वाली जिदल को कांग्रेस की रमनजीत बल ने हराया। पिछली बार प्रधानगी को लेकर भी दोनों में टक्कर थी। जीत के बाद कांग्रेस समर्थकों ने जश्न मनाया। बेशक शिरोमणि अकाली दल (ब) के चार उम्मीदवार ही जीत पाए। विजेताओं से मिलकर शिअद अमलोह से क्षेत्रीय प्रभारी गुरप्रीत सिंह राजू खन्ना ने हौसला बढ़ाया और हारने वालों को हिम्मत न छोड़ने के लिए कहा। यहां आम आदमी पार्टी ने पहली बार स्थानीय निकाय चुनावों में चार उम्मीदवार जिताने में सफलता हासिल की। जिला सचिव ओंकार सिंह चौहान ने कहा कि सत्ता पक्ष की धक्केशाही खिलाफ यह जीत उनके लिए बहुत बड़ी है। जबकि, विधायक काका रणदीप सिंह ने कहा कि लोगों ने पंजाब सरकार की नीतियों पर मुहर लगाई है।