बहिबल कलां गोलीकांड में मरे लोगों की तस्वीरें अजायब घर में लगाने के फैसले का स्वागत
भाई सुखराज सिंह और भाई साधु सिंह ने कहा कि उक्त गोलीकांड के 6 साल बाद भी हमें इंसाफ नहीं मिला और न ही आरोपितों को कोई सजा हुई।
संवाद सहयोगी, बरगाड़ी :
सन 2015 में बरगाड़ी में श्री गुरुग्रंथ साहब जी की हुई बेअदबी के रोष के तौर पर बहिबल कलां में रोष धरना दे रही संगत पर हुए पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में जान गंवाने वाले कृष्ण भगवान सिंह और गुरजीत सिंह की तस्वीरों को केंद्रीय सिख अजायब घर अमृतसर में लगवाने के शिरोमणि समिति की तरफ से लिए फैसले की कृष्ण भगवान सिंह के पुत्र भाई सुखराज सिंह खालसा और गुरजीत सिंह के पिता भाई साधु सिंह व उनके परिवार के लोगों और सिख संगठनों ने स्वागत किया है।
भाई सुखराज सिंह और भाई साधु सिंह ने कहा कि उक्त गोलीकांड के 6 साल बाद भी हमें इंसाफ नहीं मिला और न ही आरोपितों को कोई सजा हुई। सरकारों की लापरवाही के कारण इंसाफ कानून के दांवपेंच में उलझ कर रह गया है। इंसाफ की कोई उम्मीद न होने के कारण हमें ऊब कर खुद इंसाफ के लिए धरना लगाना पड़ा और यह धरना इन्साफ मिलने तक जारी रहेगा। शिरोमणि समिति से मांग की कि समिति अपना फर्ज और जिम्मेदारी समझते हमें इंसाफ दिलाने के लिए आगे आए, और हमारा सहयोग करे। यह दोनों लोग किसी अपनी निजी मांग के लिए अपनी जान नहीं गंवाए, बल्कि श्री गुरुग्रंथ साहब जी की घोर बेअदबी का इंसाफ मांगते हुए मारे गए हैं।
उल्लेखनीय है कि 2015 में यह गोलीकांड की घटना उपरांत शिरोमणि समिति ने इन पीड़ित परिवारों की आर्थिक सहायता भी की थी और अब कुछ दिन पहले बहिबल कलां में चल रहे इंसाफ धरने में शिरोमणि समिति प्रधान हरजिन्दर सिंह धामी ने शामिल हो कर पूर्ण सहयोग का विस्वास दिलाया था।