गुलाल हत्याकांड से पहले भिड़े थे दो गुट, चले थे ईट पत्थर
यूथ कांग्रेस के जिला प्रधान गुरलाल भुल्लर की हत्या से डर का माहौल है। असमाजिक तत्वों के बुलंद हौसलों के पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
यूथ कांग्रेस के जिला प्रधान गुरलाल भुल्लर की हत्या से पूरे फरीदकोट में डर का माहौल है। असमाजिक तत्वों के बुलंद हौसलों के पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इसकी मिसाल इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही एक वीडियो है। यह वीडियो कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की हत्या कुछ घण्टे पहले की बताई जा रही है। वीडियो में जहां दो गुटों के लड़कों के बीच जम कर लड़ाई और पत्थरबाजी हुई। इन लड़कों के पास कापे आदि तेजधार हथियार भी थे, जहां पुलिस काफी देर में पहुंची, जिसके बाद उन्हें खदेड़ा गया, वहीं इसी दिन पुलिस द्वारा दो लड़कों को तमंचे के साथ पकड़ा गया था। यही नहीं ठीक उसी दिन गांव घुगियाना के पास तीन गाड़ियों में बैठे कुछ नौजवानों जिनके पास हथियार थे, उनके द्वारा हवा में फायर कर दहशत का माहौल बनाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस उनका पता लगाने में नाकाम रही।
फरीदकोट में अमन कुमार, गगन कुमार व अन्य लोगों का कहना है, कि फरीदकोट में कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, और अपराधिक तत्वों में पुलिस का खौफ बिल्कुल नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसे लड़ाई-झगड़े होते रहे, तो लोगों का बाहर आना जाना भी मुश्किल हो जाएगा।
वहीं, तमंचे के साथ पकड़े गए दो लड़कों के बारे में जानकारी देते हुए सब इंस्पेक्टर वकील सिंह ने बताया के नाकेबंदी के दौरान दो लड़के जो पुलिस पार्टी को देख कर भागने की कोशिश करने लगे थे, जिन्हें पुलिस ने काबू कर तमंचा और चार कारतूस बरामद किया था। जांच में इन्होंने माना के ये तमंचा दूसरे प्रदेश से यहां बेचने के लिए लाए थे।