आर्ट ऑफ लिविंग ने 108 पंडितों के साथ की ऑनलाइन पूजा
तनाव मुक्त मन रोग मुक्त शरीर के उद्देश्य से विश्व प्रसिद्ध संगठन आर्ट ऑफ लिविंग पंजाब व चंडीगढ़ के आयोजकों द्वारा गुरु पूजा का आयोजन ऑनलाइन किया गया।
एलेक्स डिसूजा, फरीदकोट : तनाव मुक्त मन, रोग मुक्त शरीर के उद्देश्य से विश्व प्रसिद्ध संगठन आर्ट ऑफ लिविंग पंजाब व चंडीगढ़ के आयोजकों द्वारा गुरु पूजा का आयोजन ऑनलाइन किया गया। जिसमें पंजाब व चंडीगढ़ के 108 से अधिक गुरु पूजा पंडितों ने भाग लिया।
सीनियर आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षक पालोमी मुखर्जी ने गुरु पूजा का नेतृत्व किया और गुरु पूजा के महत्व का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि गुरु पूजा के साथ, आसपास का वातावरण सकारात्मक होता है व मंत्रों का जाप मन के वृत्तियों को दूर करता है। गुरु पूजा गुरु शिष्य परंपरा को समर्पित है जो हजारों वर्षों से चली आ रही है। नई पीढ़ी को हमारे प्राचीन ज्ञान से जोड़े रखने का प्रयास है।
इस अवसर पर बैंगलोर से राष्ट्रीय शिक्षक समन्वयक राजीव नांबियार ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने सबको साथ काम करने का मंत्र सुझाया। उन्होंने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग का मुख्य उद्देश्य ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में अधिक से अधिक लोगों को शामिल करके उनके तनाव को दूर करना है। इसके लिए 156 से अधिक देशों में हजारों आर्ट ऑफ लिविंग कार्यकर्ता सेवा कर रहे हैं।
गुरु पूजा के बाद तनाव से राहत के लिए विश्व प्रसिद्ध शुदर्शन क्रिया का भी अनुभव किया गया और डॉ. रचना धवन ने कनिष्का व भस्त्रिका प्राणायाम करवाया।
इसके इलावा गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी की आवाज में सुदर्शन क्रिया का भी आयोजन किया। नव नियुक्त पंजाब समन्वयक कोमल सिघवी ने आगामी पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी साझा की।
मीडिया प्रभारी मनप्रीत लूंबा ने कहा कि कोरोना ने काल के दौरान आर्ट ऑफ लिविंग ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है ताकि लोग घर बैठे इसका लाभ उठा सकें। गुरु पूजा पंजाब व चंडीगढ़ के शिक्षकों द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित की गई। इस प्रोग्राम में आर्ट ऑफ लिविंग के वरिष्ठ सदस्य, कोमल सिघवी, विवेक बासल, रेणु कामरा, वरुण उपाध्याय, संतोष शर्मा, अमितेश मारवाह, किरणदीप लूंबा आदि ने विशेष रूप से भाग लिया।