अच्छे नतीजे के लिए शिक्षकों को कक्षा प्रबंधों में निपुण होना चाहिए
छात्रों को एक कुशल नागरिक बनाने और बेहतर भविष्य के लिए तैयार करने में एक शिक्षक की अहम भूमिका होती है।
संवाद सूत्र, जैतो :
छात्रों को एक कुशल नागरिक बनाने और बेहतर भविष्य के लिए तैयार करने में एक शिक्षक की अहम भूमिका होती है। शिक्षकों को अध्यापन क्षेत्र में और भी कुशल बनाने और शिक्षा की नई पद्धतियों की जानकारी देने के लिए सिल्वर आक्स स्कूल सेवेवाला में एक सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम स्कूल की मुख्य अध्यापिका धर्मेंद्र कौर के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
शिक्षकों को यह प्रशिक्षण ज्ञानमंथन एजुकेशनल सर्विसेज के प्रशिक्षण विशेषज्ञ नीतू बांसल द्वारा दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आरंभ नीतू बांसल द्वारा ज्योति प्रज्वलित करके किया गया। इसके पश्चात सभी शिक्षकों द्वारा प्रार्थना की गई तथा तिलक लगाकर इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई। धर्मेंद्र कौर ने बताया कि इस प्रशिक्षण के अंतर्गत प्रशिक्षण विशेषज्ञ नीतू बांसल द्वारा शिक्षकों को शिक्षण की विभिन्न पद्धतियों के बारे में बताया गया। उन्होंने शिक्षकों को कुछ गतिविधियां और कुछ ऐसे तरीके भी सिखाए जिनके माध्यम से वह कक्षा में छात्रों के साथ इस तरह से जुड़ सकते हैं कि सीखना उनके लिए अधिक सुखद और मनोरंजक हो। उन्होंने बताया कि शिक्षा पद्धति में अच्छे नतीजे प्राप्त करने के लिए अध्यापकों को अच्छे कक्षा प्रबंध में निपुण होना तथा योजनाबद्ध तरीके से अपना कार्य करना चाहिए। जब एक शिक्षक छात्रों से भावात्मक रूप से जुड़ता है तो वह बेहतर तरीके से बच्चों को उत्साहित करके उनकी मन: स्थिति को समझने तथा उनके व्यवहार को नियंत्रित कर पाने में सफल होता है। इसके अलावा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में संचार, कौशल, शिक्षण विधियां व सूक्ष्म शिक्षण अध्यापन के बारे में विस्तार से बताया गया। सूक्ष्म शिक्षण अध्यापन के द्वारा शिक्षकों ने एक विशिष्ट कौशल का अभ्यास किया।
उन्होंने कहा कि ब्लूम वर्गिकी का प्रथम उद्देश्य शिक्षा के अवधारणाओं, प्रक्रियाओं और सिद्धांतों का विश्लेषण और मूल्यांकन करना है। संपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियों के द्वारा समझाया तथा अभ्यास करवाया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के आखिरी दिन स्कूल की मुख्य अध्यापिका धर्मेंद्र कौर ने प्रशिक्षण विशेषज्ञ नीतू बांसल का धन्यवाद करते हुए कहा कि शिक्षक सीखने की प्रक्रिया में एक जिम्मेदार व्यक्ति है। इस प्रकार के कार्यक्रम समय पर भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे तथा शिक्षकों को नई तकनीक के बारे में जानकारी देकर उन्हें बदलते शिक्षण प्रणाली के समरूप बनाया जाएगा।