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प्रशासन के आदेश को नहीं मानते दुकानदार

कोटकपूरा में जरूरी वस्तुओं की दुकानें खोलने की इजाजत और कफ्र्यु पास जारी होने में हुई राजनीति को लेकर उन दुकानदारों में असंतोष का वातावरण है। जिनको दुकानें खोलने की इजाजत नहीं मिली हुई है। हालांकि इस बात की पुलिस प्रशासन ने भी पुष्टि की है कि किसी भी दुकानदार को दुकान खोलकर सामान बेचने की इजाजत नहीं है बल्कि सिर्फ होम डिलीवरी की इजाजत है। लेकिन फिर भी सुबह 5 बजे से लेकर

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 03:21 PM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 03:21 PM (IST)
प्रशासन के आदेश को नहीं मानते दुकानदार
प्रशासन के आदेश को नहीं मानते दुकानदार

दीपक गर्ग, कोटकपूरा

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कोटकपूरा में जरूरी वस्तुओं की दुकानें खोलने की इजाजत और क‌र्फ्र्यू पास जारी होने में हुई राजनीति को लेकर उन दुकानदारों में असंतोष है जिनको दुकानें खोलने की इजाजत नहीं मिली हुई है। इस बात की पुलिस प्रशासन ने भी पुष्टि की है कि किसी भी दुकानदार को दुकान खोलकर सामान बेचने की इजाजत नहीं है, बल्कि सिर्फ होम डिलीवरी की इजाजत है। सुबह 5 बजे से लेकर 8 बजे तक कोटकपूरा के मेन बाजार, सब्जी मंडी रोड, घसीटा मल्ल स्ट्रीट, रेलवे ओवरब्रिज, रेलवे रोड पर स्थित कई किराना मर्चेंट, मनियारी और जनरल गुड्स के विक्रेता, चूड़ियों तथा ज्वेलरी के विक्रेता दुकाने खोलकर सामान बेचते हैं।

रिटेल करियाना मर्चेंट्स एसोसिएशन, कोटकपूरा की तरफ से प्रधान नरेश मित्तल ने भी कहा है कि सरकारी आदेश अनुसार करियाना की दुकानों का खोलने का समय सुबह 9 से 12 है। दुकानदारों से आग्रह है कि दुकान का शटर न खोले और भीड़ इकट्ठा न होने दें और समान की सप्लाई बाहर से ही दें। लेकिन बाकी दुकानदार मानते नहीं उल्टा नाम गुप्त रखने की शर्त पर किराना एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर राजनीति कर फायदे उठाने के आरोप लगा रहे हैं। जिला प्रशासन की तरफ से किसानों को कृषि उत्पादों और कंबाइन स्पेयर पा‌र्ट्स की सप्लाई के हुक्म जारी हुए हैं। कोटकपूरा में कंबाइन स्पेयर पा‌र्ट्स की तीन चार ही दुकानें है। जबकि आज फरीदकोट रोड पर इन हुक्मों की आड़ लेकर कई ट्रैक्टर पार्ट की दुकानें और वर्कशॉप भी खुली पाई गई। जबकि अभी तक इनको कोई पास जारी होने की सूचना नहीं है। यह आम देखा जा रहा है कि जितने पास जारी हुये हैं उनसे कहीं अधिक दुकानें खुल रही हैं। जब संकट की घड़ी होती है तो आटा, दाल, चावल, चीनी, मसाले, तेल, दवाइयां जरूरी वस्तुएं होती है। ऐसे में मात्र 21 दिनों तक बेकरी, फास्ट फूड, मनियारी और ज्वेलरी भी न रुकना लॉकडाउन की सफलता पर सवालिया निशान लगा रहा है।

जिला फरीदकोट और आसपास के जिलों में कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसके चलते आम लोगों को आशंका है कि पंजाब सरकार या प्रशासन को पाबंदियां बढ़ानी पड़ सकती हैं। देश भर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बढ़ रही संख्या के मद्देनजर लॉकडाउन के चलते या आगे जारी रहने वाली पाबंदियों में राजनीति बंद होगी तभी राजनीति बंद होगी।


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