अब तक जिले के शहरों में नहीं शुरू हुआ पब्लिक ट्रांसपोर्ट
प्रदेश में सत्तासीन रहे शिअद और कांग्रेस पार्टी की सरकारों में फरीदकोट जिले से मुख्यमंत्री होने के साथ विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग समय में नेता मंत्री पद हासिल कर सत्ता का सुख भोगते रहे हैं
प्रदीप कुमार सिंह, फरीदकोट :
प्रदेश में सत्तासीन रहे शिअद और कांग्रेस पार्टी की सरकारों में फरीदकोट जिले से मुख्यमंत्री होने के साथ विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग समय में नेता मंत्री पद हासिल कर सत्ता का सुख भोगते रहे हैं, परंतु प्रदेश के पिछड़े जिलों में शुमार फरीदकोट जिले के तीनों शहरों फरीदकोट, कोटकपूरा व जैतो में लोगों के आवागमन हेतु किसी नेता द्वारा कोई ऐसा प्रयास नहीं किया गया, जिससे कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में आमजनों को बेहतर, सुगम व सस्ता आवागमन का साधन मुहैया हो पाता।
जिला मुख्यालय पर बाबा फरीद यूनिर्वसिटी, मेडिकल कालेज, सैन्य छावनी, डेंटल कालेज, मार्डन जेल, जिला अस्पताल, कचहरी, मिनी सचिवालय जैसे सभी वह बड़े प्रतिष्ठान हैं, जो कि आम लोगों से जुड़े हैं। यहां पर जिले के लोग व प्रदेश व देश के दूसरे हिस्सों से लोग अपने रोजमर्रा के काम के लिए आते है, ऐसे में जिनके पास अपने साधन है, उन्हें तो कोई खास परेशानी अलबत्ता ट्रैफिक जाम के दूसरी नहीं होती है, परंतु जिन लोगों के पास अपने साधन नहीं है, उन्हें परेशान होना पड़ता है। हालांकि शहर में कुछ रूटों पर आटो तो चलते हैं, परंतु यह शहर के सभी हिस्सों में सामान्य रूप से नहीं है, जिससे लोगों को ज्यादा परेशानी होती है।
सर्वे तो हुआ पर अंजाम तक नहीं पहुंची योजना
फरीदकोट व कोटकपूरा शहर में लंबे समय से पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जरूरत महसूस की जा रही है, लोगों द्वारा भी इस मांग को उठाया जा रहा है, हालांकि गत शिअद-भाजपा गठबंधन के शासनकाल में फरीदकोट शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट चलाने की रूपरेखा भी बनी और रूटों का सर्वे कार्य भी हुआ परंतु यह अपने अंजाम तक नहीं पहुंच सका। इसके पीछे बड़ी वजह शायद राजनीतिक दलों की इच्छा का न होना है।
कौंसिल चाहे तो खुद शुरू कर सकती है सुविधा
फरीदकोट नगर कौंसिल प्रदेश की आमदनी वाली नगर कौंसिल में से एक है। कौंसिल चाहे तो अपने स्तर पर प्रपोजल तैयार कर शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा शुरू कर सकती है, परंतु ऐसा होने के लिए भी बड़े नेताओं की पहल की जरूरत होगी।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू होने से ग्रामीण क्षेत्रों की मिलेगी सुविधा
पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए फरीदकोट व कोटकपूरा में पर्याप्त रूट है, और इन रूटों पर शहर के लोगों के अलावा ग्रामीण हिस्सों से भी बड़ी संख्या में रोजाना सवारियां निकलती है, ऐसे यदि नेताओं की ओर से पब्लिक ट्रांसपोर्ट के मुद्दे को हल किए जाने की घोषणा कर उसे पूरा किया जाता है तो इससे लोगों को बड़ी राहत होगी, खासकर विद्यार्थी व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए।