मेडिकल कालेज में इलाज के लिए करनी पड़ती है जद्दोजहद
गुरू गोबिन्द सिंह मेडिकल कालेज और अस्पताल में इलाज के लिए दूर-दराज से आने वाले मरीजों को इलाज से पहले पर्ची बनवाने के लिए घंटों तक लाइनों में लगना पड़ता है
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
गुरू गोबिन्द सिंह मेडिकल कालेज और अस्पताल में इलाज के लिए दूर-दराज से आने वाले मरीजों को इलाज से पहले पर्ची बनवाने के लिए घंटों तक लाइनों में लगना पड़ता है। यह मामला मेडिकल कालेज और बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के ध्यान में होने के बावजूद पिछले एक साल से हल नहीं हो रहा। सरकार की तरफ से शुरू की आयुष्मान स्कीम के कार्ड धारकों को इलाज के लिए यहां काउंटरों पर पहले अपने नाम दर्ज करवाने पड़ते हैं और उनको भी समय पर इलाज नहीं मिलता। पिछले करीब एक दशक से सालों से गुरू गोबिन्द सिंह मेडिकल कालेज के प्रबंध सुधारने के लिए जद्दोजहद कर रहे राष्ट्रीय खिलाड़ी और आम आदमी पार्टी के प्रांतीय नेता गुरदित्त सिंह सेखों ने आज अस्पताल में जा कर खुद काउटरों की चेकिग की। इसके बाद सेखों ने बताया कि अस्पताल के कुप्रबंधों का मामला इस सेशन दौरान विधानसभा में भी उठा था, और उससे अगले दिन ही मेडिकल शिक्षा और खोज मंत्री ओपी सोनी यहां दौरे पर आए थे और उन्हें समस्या के हल के लिए एक आठ सदस्यता समिति का भी गठन किया था, परंतु इस के बावजूद किसी भी समस्या का हल नहीं हो सका।
गुरदित्त सेखों ने बताया कि पर्ची बनाने वाले काउंटर और अस्पतालों का सर्वर बंद पड़ा था और मरीज लाइनों में ठहर कर अपनी पर्ची लेने का पिछले दो घंटों से इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेडिकल सुपरिंटेंडेंट ने ओपी सोनी की हाजरी में भरोसा दिया था कि पर्ची बनाने का समय बढ़ा दिया जायेगा, काउंटरों की संख्या और उस पर अपेक्षित स्टाफ भी तैनात किया जायेगा, परंतु आज तक ऐसा कुछ नहीं हैं। मेडिकल कालेज और अस्पताल में मालवा के दस जिलों के लोग इलाज के लिए आते है। लोगों को परेशानी से बचाएंगे: वाइस चांसलर
वाइस चांसलर डा. राज बहादुर ने कहा कि लोगों की पर्ची बनाने और एडमिशन करवाने जैसी समस्याएं उनके ध्यान में आईं हैं और वह इस काम के लिए एक विशेष ब्लाक बनाने जा रहे हैं, जिस के साथ टेस्ट करवाने और इलाज करवाने के लिए लोगों को लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा।