कर्फ्यू के बाद पटरी पर लौटने लगा जन-जीवन
कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए पंजाब सरकार द्वारा 23 मार्च से जिले में कर्फ्यू लगाया गया था।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
सूबे में कर्फ्यू हटने के बाद आवश्यक वस्तुओं के काम, खरीद और बिक्री, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, कृषि और अन्य क्षेत्रों सहित उद्योगों को बड़ी राहत दी गई है जिसके बाद जनजीवन पटरी पर वापस आ गया है। लोग अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों पर लौटने लगे हैं।
जिला प्रशासन द्वारा डीसी कुमार सौरभ राज के मार्गदर्शन में केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा समय-समय पर लॉकडाउन में छूट के दौरान लोगों के बीच सामाजिक दूरी बनाए रखने और स्वास्थ्य विभाग और पंजाब सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने के लिए आदेश जारी कर उसका पालन करवाया गया है। लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए कर्फ्यू को शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक बनाए रखा गया है। लोगों को केवल जरूरी काम के लिए अपने घरों से बाहर जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
गांवों से लेकर शहरों और कस्बों तक, सार्वजनिक जीवन अब सामान्य हो रहा है। सरकार ने राज्य में विभिन्न मार्गों पर बसें शुरू की हैं। यात्रियों को एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर ले जाया जा रहा है, लेकिन बसों को रास्ते में रुकने की अनुमति नहीं है और यात्रियों को उतारने और छोड़ने की अनुमति नहीं है। दुकानें सोमवार से शनिवार तक खुली रहने लगी हैं, जबकि गैर-जरूरी वस्तुओं की दुकानों को सप्ताह में कई दिन फिर से खोलने का आदेश दिया गया है। ईट-भठ्ठें, पेट्रोल पंप, शराब की दुकानें सामान्य के रूप से खुलने लगी है।
क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले अधिकांश लोग नेंगेटिव रिपोर्ट आने के बाद अपने घरों को लौट गए हैं।