विकास के नाम पर मिला सिर्फ आश्वासन
कोटकपूरा का वार्ड नंबर 6 शहर के सबसे पिछड़े हुए वार्डों में से एक है।
दीपक गर्ग, कोटकपूरा
कोटकपूरा का वार्ड नंबर 6 शहर के सबसे पिछड़े हुए वार्डों में से एक है। इसका एक कारण यह है कि इस वार्ड के 50 फीसद से अधिक मकान कब्जे वाली जमीन पर बने हुए हैं। इस वार्ड का मुख्य धुरा लक्कड़ कण्डा है। लक्कड़ कंडे से जगन्नाथ भट्ठे वाले रास्ते का दाहिना हिस्सा, बीड़ रोड, देवीवाला रोड का बायां हिस्सा। यह तीनों रास्ते फरीदकोट बाईपास से जा के मिलते हैं, वहीं तक यह वार्ड फैला हुआ है। वार्ड में कोई बड़ा संस्थान नहीं पर मॉडर्न मार्बल्स, लक्कड़ मार्किट, चंडीगढ़ पार्क, पीरखाना, कालीमाता मन्दिर, ज्योति डिग्री कॉलेज प्रमुख संस्थान है।
समस्याओं के यहां पर अंबार लगे हुए हैं। यहां पर सीवरेज डालने का ज्यादातर काम हो चुका है लेकिन गलियों में टाइलें अभी तक नहीं लग पाई। वार्ड की बड़ी समस्या पुराना सरकारी छप्पड़ है, जो इन दिनों गंदगी और कूड़े से भरा पड़ा है। जमीन पर कब्जे होना लगातार जारी है। इन कब्जों के कारण बरसात में इस छप्पड़ की क्षमता अधिक पानी झेलने की नहीं रह गई है जिस कारण बरसात के मौसम में अक्सर ही प्रेम नगर का इलाका पानी में डूब जाता है।
ज्ञानी लाल सिंह वाली गली के निवासियों से बात करने पर पता चला कि वार्ड की नालियों का गन्दा पानी सबसे ज्यादा परेशानी वाला है। इनसेट
वार्ड की बस्तियों का है बुरा हाल : गुरमेल सिंह
2015 के पार्षद चुनावों में दूसरे स्थान पर रहने वाले गुरमेल सिंह भट्टी ने बताया कि वार्ड की कई बस्तियों के हालात बुरे हैं। पीने का शुद्ध जल भी नहीं मिलता। सरकारी आरओ बंद हो चुका है। कई गलियों में सीवरेज तो दूर पेयजल की पाइप भी नहीं है। सफाई सेवक मर्जी से आते हैं। इनसेट
सरकारी सिस्टम के कारण समुचित विकास नहीं हो पाया : पार्षद
वार्ड के पार्षद बलवीर सिंह रंधावा ने माना कि सरकारी तंत्र की कछुआ चाल के चलते वो अपने वार्ड का समुचित विकास नहीं करवा पाए हैं। ज्यादातर गलियों में सीवरेज डल चुका है, लेकिन कुछ गलियों का निर्माण होना अभी बाकी है। सरकारी छप्पड़ के बारे में बात करने पर उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार को छप्पड़ का ब्यूटीफिकेशन करके आसपास इंटरलॉक टाइलें लगा कर पूरी तरह ग्रीनरी करके चारदीवारी कर देनी चाहिए।