Move to Jagran APP

ड्रैगेन डोर से घायल पक्षियों को बचाने के लिए हेल्पलाइन

ड्रैगेन डोर से घायल पक्षियों को बचाने के लिए सीर सोसाइटी द्वारा हेल्प लाईन नंबर जारी की गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 04:25 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 04:25 PM (IST)
ड्रैगेन डोर से घायल पक्षियों को बचाने के लिए हेल्पलाइन
ड्रैगेन डोर से घायल पक्षियों को बचाने के लिए हेल्पलाइन

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

loksabha election banner

ड्रैगेन डोर से घायल पक्षियों को बचाने के लिए सीर सोसायटी द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी की गई है। सोसायटी द्वारा लोगों से अपील की गई, कि यदि ड्रैगेन डोर की चपेट में आने से कोई पक्षी कहीं घायल दिखाई देता है, तो सोसायटी के हेल्प लाईन पर इसकी सूचना जरूर दे, ताकि घायल पक्षी को उपचार कर बचाया जा सके।

संस्था के प्लांटेशन चेयरमैन संदीप अरोड़ा व नवदीप गर्ग ने बताया कि सोसायटी के चार डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जो कि घायल पक्षियों का उपचार करेंगे। गर्ग ने बताया कि प्रत्येक वर्ष ड्रैगेन डोर की चपेट में आकर घायल होने से अनेक पक्षी बुरी तरह से घायल हो जाते है, ऐसे यदि उनका समय पर उपचार किया जाय तो वह ठीक हो सकते है। सोसायटी का यह प्रयास प्रर्यावरण को देखते किया जा रहा है।

अरोड़ा ने बताया कि ड्रैगन डोर का प्रयोग न हो इसके लिए वह उसकी सोसायटी की ओर से व्यापक पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। शहर के मोहल्लों में जाकर बैनर लगाए जा रहे है, लोगों व बच्चों को ड्रैगन डोर का प्रयोग न करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बाजार में इसकी बिक्री बंद हो इसके लिए डीसी को ज्ञापन भी सौंपा गया है, ऐसे में उसकी सोसायटी की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि हादसे का कारण बनने वाली ड्रैगन डोर का प्रयोग लोग स्वत: ही न करे। यह पर्व की महत्ता को भी कम करता है। ड्रैगेन डोर के कारण यदि कोई घायल होता है, या किसी की जान पर बन आती है तो यह हम सभी के लिए चिता जनक है, ऐसे मे हम सभी को अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए डैगेन डोर को न कहने के साथ ही दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने का हरसंभव प्रयास करना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.