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नीट में ओबीसी का आरक्षण बहाल करे सरकार

नीट की परीक्षा में ओबीसी को आरक्षण बहाल कराने के लिए राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा जैतो (फरीदकोट) ने एसडीएम डा. मनदीप कौर को ज्ञापन सौंपा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Jul 2021 05:56 PM (IST)Updated: Fri, 23 Jul 2021 05:56 PM (IST)
नीट में ओबीसी का आरक्षण बहाल करे सरकार
नीट में ओबीसी का आरक्षण बहाल करे सरकार

संवाद सूत्र, जैतो :

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मेडिकल में प्रवेश के लिए 12 सितंबर को आयोजित होने वाली नीट की परीक्षा में ओबीसी को आरक्षण बहाल कराने के लिए राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा जैतो (फरीदकोट) ने एसडीएम डा. मनदीप कौर को ज्ञापन सौंपा। इस संबंध में संस्था के सदस्य मास्टर मलकीत सिंह, सुपरिंटेडेंट मेजर सिंह और गुरचरन सिंह गाबडि़या ने बताया कि ज्ञापन में कहा गया है कि 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के समय से ही लगातार ओबीसी के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। कोविड-19 महामारी के समय दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति को एहसास हो गया है कि डाक्टर्स की कितनी ज्यादा आवश्यकता है, जबकि भारत में जनसंख्या के अनुपात में डाक्टर्स की बहुत ज्यादा कमी है, इसलिए महामारी से लड़ने के लिए डाक्टर्स की संख्या बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए परन्तु भारत की संपूर्ण आबादी का लगभग 70 करोड़ लोग ओबीसी हैं, जिन्हें हेल्थ सिस्टम में आने से रोकने के लिए तमाम तरह के षड्यंत्र लगातार शासक वर्ग द्वारा किये जा रहे हैं।

उन्होंने ज्ञापन में लिखा कि सन 1931 की जनगणना के अनुसार ओबीसी 52 प्रतिशत हैं, जिन्हे क्रीमीलेयर लगाकर 27 प्रतिशत प्रतिनिधित्व के लिए आरक्षण के रूप में सेफगार्ड दिया गया जो कि संविधान के अनुच्छेद 340 की मूलभावना के विरोध में हैं। 12 सितंबर, 2021 को मेडिकल प्रवेश के लिए होने वाली नीट परीक्षा में ओबीसी को सेंट्रल कोटे की 15 प्रतिशत राज्य मेडिकल की सीटों में आरक्षण को जीरो कर दिया गया है जो कि ओबीसी के साथ धोखाधड़ी है। स्टेट बोर्ड के अंतगर्त स्थानीय भाषा में पढ़ने वाले छात्रों को डाक्टर बनने से रोकने के लिए नीट सिस्टम को लाया गया।

राज्यों का सिलेबस क्षेत्रीय भाषा में, सरकारी भाषा में पढ़ाया जाता है। जहां ओबीसी, एससी, एसटी वर्ग के गरीब घरानों के छात्र पढ़ते हैं। उन्होंने बताया कि नीट का सिस्टम ही अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने वाले छात्रों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया गया है। नीट का पूरा सिस्टम ऐसा बनाया है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले ओबीसी, एससी, एसटी के छात्र अंग्रेजी माध्यम के छात्रों से कम्पटीशन न कर पाएं। उन्होंने 12 सितम्बर, 2021 को आयोजित होने वाली नीट की परीक्षा में ओबीसी को भारत सरकार द्वारा आरक्षण दिये जाने तथा आरक्षण बहाल करने की मांग की। इस अवसर पर गुरचरन सिंह गाबडि़या, मास्टर मलकीत सिंह, सुपरिंटेंडेंट मेजर सिंह, सुरिन्दर कुमार, डाक्टर हरचंद राम, सुखजिन्दर सग्गू, गगनदीप मठाड़ू, सुखविन्दर सिंह, सुखप्रीत रामेआना, सूरत सिंह आदि मौजूद थे।


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