गणेश बप्पा मोरिया हुए विदा, श्रंद्धाभाव से किया विसर्जन
अगले बरस जल्दी आना बप्पा मोरिया के जयघोष के साथ श्रद्धालुओं ने गणेश भगवान को विदा किया
जासं, फरीदकोट : अगले बरस जल्दी आना, बप्पा मोरिया के जयघोष के साथ श्रद्धालुओं ने गणेश भगवान को विदाई दी गई। बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन श्रंद्धालुओं द्वारा राजस्थान व सरहिद फीडर में किया गया, जबकि घरों में स्थापित छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन अधिकांश श्रद्धालुओं की ओर से अपने-अपने घरों में किया गया। फरीदकोट शहर स्थित बांसल परिवार द्वारा विधिविधान के साथ गणेश भगवान की विदाई की गई और उन्हें घर के परिवार में पानी से भरे टब में विसर्जित किया। विसर्जन उपरांत बचा हुआ पानी पेड़-पौधों को छिड़क दिया गया।
ईको फ्रेंडली तारीके से गणपति बप्पा की मूर्ति विसर्जित की
संवाद सहयोगी, फरीदकोट : गत 10 सितंबर से गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू हो चुका है। गणेश चतुर्थी के आते ही चारों-ओर माहौल भक्तिमय हो जाता है। मान्यता है कि गणेश चतुर्थी पर गणपति स्त्रोत के जाप से सुख, समृद्धि और वैभव आता है। इसी उपलक्ष में नीरज शर्मा और आशिम शर्मा ने गणेश चतुर्थी का पर्व अपने निवास स्थान गली नंबर दो, न्यू कैंट रोड फरीदकोट में गणपति जी की स्थापना करके किया। सभी मोहल्ला निवासियों ने बढ़ चढ़ कर गणपति जी की स्तुति में हिसा लिया। समान रूप से गणपति जी का विसर्जन पांचवें, सातवें या दसवें दिन शहर के पास किसी नदी, समुद्र या जल में किया जाता है, जिससे नदियों में प्रदुषण में बढ़ोतरी होती है। फरीदकोट के शर्मा परिवार ने लीक से हट के पांचवें दिन गणपति जी का विसर्जन पर्यावरण के अनुकूल तरीके से घर पर ही किया। जहां एक और गणपति के मंत्र और भजन-कीर्तन की आवाज से वातावरण भक्तिमय बना हुआ था वहीं दूसरी ओर वातावरण को ध्यान में रखते हुए नीरज शर्मा ने लोगों को ईको फ्रेंडली तरीके से घर पर ही गणपति विसर्जन करने के लिए प्रेरित किया।