ज्योतिराम कालोनी के लोगों को पहली बार लगा टीका
कोरोना महामारी की रोकथाम में अब तक कारगर हथियार बताई जा रही है
जागरण संवाददाता, फरीदकोट : कोरोना महामारी की रोकथाम में अब तक कारगर हथियार बताई जा रही कोरोना वैक्सीन लगवाने के प्रति ज्योतिराम कालोनी की महिलाओं में ज्यादा उत्साह दिखा। सेहत विभाग ने रविवार को लगाए गए कैंप में 215 लोगों ने वैक्सीन लगवाई, इसमें 70 फीसद से ज्यादा महिलाएं रही।
फरीदकोट रेलवे स्टेशन से सटी इस कालोनी में 90 फीसद बिहार से संबंधित लोगों का आवास है, जबकि शेष अन्य राज्यों से संबंधित हैं। यहां रहने वाले अधिकांश लोग दिहाड़ी मजदूरी करते है। लोगों का दवा है कि उनमें से किसी को भी कोरोना महामारी नहीं हुई। बिहार से संबंधित कुछ महीने पहले यहां नंबरदार बने मालूराम ने बताया कि इस कालोनी की आबादी लगभग ढ़ाई हजार है, और यहां के लोग पूरे शहर में कामकाज के लिए रोजाना जाते है, यहीं नहीं बिहार भी आते-जाते रहते है, परंतु उन्हें किसी के बारे में यह जानकारी नहीं है कि कोई यहां कोरोना संक्रमित हुआ है। उन्होंने बताया कि सेहत विभाग अब यहां पहली बार उन लोगों के कोरोना वैक्सीनेशन कैंप लगा रही है, जिसमें लोग वैक्सीन लगवा रहे है।
फरीदकोट सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. चंद्रशेखर कक्कड़ ने बताया कि रविवार को लगाए गए वैक्सीनेशन कैंप में 215 लोगों को जयोतिराम कालोनी में वैक्सीन लगाई गई। वैक्सीन लगवाने के लिए महिलाओं की लंबी कतार देखने को मिली। उन्हें बताया कि जल्द ही यहां पर दोबारा वैक्सीनेशन कैंप लगाया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में यहां के लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा सके।
कालोनी के लोगों ने बना रखी थी दूरी
कोरोना वैक्सीनेशन के प्रति भ्रम की वजह से यहां के निवासियों से वैक्सीन लगवाने से दूरी बना रखी थी, इस कालोनी का शायद ही कोई व्यक्ति होगा, जो कि वैक्सीनेशन साइटों पर वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचा हो, सेहत विभाग की टीम ने लोगों को वैक्सीनेशन के लिए तैयार किया, जिसका सुखद परिणाम यह रहा कि लोग वैक्सीन लगवाने के लिए घरों से बाहर आए।