दिल्ली धरने के लिए किसानों का जत्था रवाना, बोले- कानून वापस न लेने तक जारी रहेगा संघर्ष
केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन खेती सुधार कानून और दो आर्डिनेंस के विरोध में किसानों की ओर से दो महीने से संघर्ष किया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, फरीदकोट : केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन खेती सुधार कानून और दो आर्डिनेंस के विरोध में किसानों की ओर से दो महीने से संघर्ष किया जा रहा है। करीब दो महीने तक पंजाब में रेल रोको आंदोलन भी चलता रहा जिसके बाद अब बड़ी गिनती में किसानों की ओर दिल्ली में जाकर धरने लगा दिए गए है और केंद्र सरकार पर खेती कानून रद्द करवाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि लाखो की गिनती में किसान दिल्ली में डेरा डाले हुए है लेकिन फिर भी अभी भी गांवो से किसानों का दिल्ली के जाने का सिलसिला लगातार जारी है। मंगलवार को फरीदकोट के गांव कोट सुखिया से बड़ी गिनती में किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हुआ।
गांव कोट सुखिया के सरपंच कुलदीप सिंह ने बताया के केंद्र सरकार की ओर से जो काले कानून बनाए गए हैं वह किसान विरोध हैं। केंद्र सरकार की ओर से लगाता जनता विरोधी कानून बनाए जा रहें, जिसका हम विरोध करते हैं।
वही बीकेय कादियां के सेकेट्री जर्नल राजवीर गिल ने कहा के मंगलवार को बीकेयू कादियां के इकाई प्रधान जरनैल सिंह के नेतृत्व में बड़ी गिनती में किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार की ओर से कृषि कानून रद नहीं किए जाते तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। राजवीर गिल सेकेट्री जर्नल बीकेयू कादियां की अगुआई में किसानों का एक जत्था कोटसुखिया गांव से रवाना हुआ। इस दौरान सरपंच कुलदीप सिंह, जरनैल सिह व हरदीप सिह आदि मौजूद थे।