मरम्मत के बाद बदल गई साइन बोर्डो की दशा
स्थानीय अमृतसर ब¨ठडा नेशनल हाईवे से पिछले माह सैक्ड़ों की तादाद में साइन बोर्ड चोरी होने का मामला सामने आया था। एल्मूनियम शीट से बने इन साइन बोर्डो में से कई बोर्डो का कुछ हिस्सा चोरी किया गया और कुछेक बोर्डो से तो सारी की सारी शीट ही उड़ा ली गई है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
अमृतसर-ब¨ठडा नेशनल हाईवे से पिछले माह सैकड़ों साइन बोर्ड चोरी होने का मामला सामने आया था। एल्यूमिनियम शीट से बने इन साइन बोर्डो में से कई बोर्डो का कुछ हिस्सा चोरी किया गया और कुछ बोर्डो से तो सारी की सारी शीट ही उड़ा ली गई है। हालांकि हाईवे का रख रखाव कर रही कंपनी ने इन बोर्डो की मरम्मत करवा दी है लेकिन मरम्मत के बाद इनकी दशा व दिशा बिगड़ गई जिस कारण वाहन चालक दिक्कत झेल रहे हैं।
नेशनल हाईवे पर साइन बोर्ड के चोरी होने की घटनाएं सामने आने के बाद बोर्ड ना होने के कारण वाहन चालकों को खासी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा था और उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए बार बार रास्ता पूछने को मजबूर होना पड़ता है और ज्यादा परेशानी नेशनल हाईवे से निकलने वाली संपर्क सड़कों को लेकर पैदा रही थी। बोर्ड चोरी का मामला सामने आने के बाद जीआर इंफ्रा कंपनी ने इनकी मुरम्मत करवा दी है। मरम्मत के बाद कई बोर्ड की हालत काफी खराब नजर आ रही है और यह बोर्ड ऐसे हैं जिनके कुछ हिस्से को चोरी किया गया था। कंपनी ने चोरी हुए बोर्ड के उसी हिस्से को दोबारा बनवाकर बाकी हिस्से के साथ जोड़ा है लेकिन आपस में सही ढंग से न जुड़ने के कारण उनकी सुंदरता को ग्रहण लग गया है।
पीडब्ल्यूडी विभाग का मानना है कि नेशनल हाईवे पर साइन बोर्ड को कुछ लोग नशे के लिए उखाड़ रहे है लेकिन इन साइन बोर्ड के रखरखाव की जिम्मेवारी रोड का निर्माण व निगरानी करने वाली उदयपुर की जीआर इंफ्रा कंपनी की है। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि वह पुलिस के पास मुकदमे बाजी में नहीं उलझनी चाहती है और वाहन चालकों को सही रास्ते दिखाने के लिए चोरी होने की सूरत में नए साइन बोर्ड लगा दिए जाते हैं। मालूम होकि अमृतसर-ब¨ठडा नेशनल हाईवे में तीन रेलवे ओवरब्रिज,पांच फ्लाई ओवर, तीन बड़े पुल, 53 छोटे पुल, एक फुट ओवर ब्रिज, 45 किमी सर्विस लेन, 31 प्रमुख जंक्शन और 171 छोटे जंक्शन हैं। इतने सारे छोटे जंक्शनों के साथ, इस सड़क पर हर किसी के लिए साइन बोर्ड की आवश्यकता अधिक है।