जेनरिक दवाइयां काफी कारगर : डा. चंद्रशेखर
सिविल अस्पताल में जन औषधि दिवस पर समागम करवाया गया।
जासं, फरीदकोट
सिविल अस्पताल में जन औषधि दिवस पर समागम करवाया गया। इस दिवस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारतीय जन औषधि योजना की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए मनाया जा रहा है। जेनरिक दवाओं के उपयोग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए इस दिवस की शुरूआत की गई है। इस अवसर पर फरीदकोट सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर चंद्र शेखर, डाक्टर रेणु भाटिया, डाक्टर रविदर कौर आदि डाक्टर उपस्थित रहे।
डाक्टर रेणु भाटिया व डाक्टर चंद्रशेखर ने बताया कि जेनरिक दवाइयां ब्रांडेड या फार्मा की दवाइयों के मुकाबले सस्ती होती है जबकि इनका प्रभाव उनके बराबर ही होता है। प्रधानमंत्री जन औषधि अभियान मूलत: जनता को जागरूक करने के लिए शुरू किया गया हैं ताकि जनता समझ सके कि ब्रांडेड मेडिसिन की तुलना में जेनेरिक मेडिसिन कम मूल्य पर उपलब्ध हैं साथ ही इसकी क्वालिटी में किसी तरह की कमी नहीं हैं। साथ ही यह जेनेरिक दवाएं मार्केट में मौजूद हैं जिन्हें आसानी से प्राप्त किया जा सकता हैं।
क्या है जेनरिक दवाइयां
जेनरिक दवाएं बिना ब्रांड की दवाएं हैं जो समान रूप से सुरक्षित है और ब्रांडेड दवाइयों जैसी ही लाभकारी हैं। चिकित्सकीय प्रक्रिया के लिए जेनरिक दवाएं ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में बेहद सस्ती हैं, सबसे ज्यादा फायदा कीमत को लेकर होता है। ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में जेनरिक दवाइयां बहुत सस्ती हैं, कई दवाइयां 90 प्रतिशत तक पैसा बचा देती हैं। जेनरिक दवाइयों की औसत कीमत ब्रांडेड दवाइयों से 40 से 60 प्रतिशत तक कम है। प्रधानमंत्री जन औषधि योजना भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक जुलाई 2015 को घोषित एक योजना है। इस योजना में सरकार द्वारा उच्च गुणमवत्ता वाली जैनरिक दवाईयों के दाम बाजार मूल्य से कम किए जा रहें है। सरकार द्वारा ''जन औषधि स्टोर'' बनाए गए हैं, जहां जेनरिक दवाईयां उपलब्ध करवाई जा रही है।