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कोटकपूरा में खस्ता सड़कें व रेलवे ओवरब्रिज के कारण हो रहे हादसे

कोटकपूरा के मोगा बठिडा रोड बाईपास से लेकर बत्तीओं वाले चौक तक सड़क जल्द ही टूट जाती है। इन दिनों भी यह कई जगह से क्षतिग्रस्त है। ठेकेदार रिपेयर कर देते हैं लेकिन उससे दोपहिया वाहन फिसलने लगते हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 05:02 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 05:02 AM (IST)
कोटकपूरा में खस्ता सड़कें व रेलवे ओवरब्रिज के कारण हो रहे हादसे
कोटकपूरा में खस्ता सड़कें व रेलवे ओवरब्रिज के कारण हो रहे हादसे

दीपक गर्ग, कोटकपूरा

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कोटकपूरा के मोगा बठिडा रोड बाईपास से लेकर बत्तीओं वाले चौक तक सड़क जल्द ही टूट जाती है। इन दिनों भी यह कई जगह से क्षतिग्रस्त है। ठेकेदार रिपेयर कर देते हैं, लेकिन उससे दोपहिया वाहन फिसलने लगते हैं। कई जगह सीवरेज के ढक्कन भी टूटे हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस सड़क पर पुलिस स्टेशन, सीआइडी कर्यालय, लड़कों कासीनियर सेकेंडरी स्कूल और डीएसपी कार्यालय भी मौजूद है। यहां हर रोज ही कोई न कोई छोटा मोटा हादसा होता रहता है जो किसी रिकार्ड में नहीं आता। कुछ वर्ष पहले दो दुर्घटनाओं में काला निरंकारी और नाथी चक्की वाले के स्कूल में पढ़ते बच्चों की हुई मौत को तो शहर वासी आज तक भूला नहीं पाए हैं। ऐसे हादसे भी और भी हो चुके हैं। कुछ समय पहले ज्ञानी जैल सिंह मार्केट के सामने दोपहिया सवार युवक ट्राले की चपेट में आकर जान गंवा बैठा। इसके अलावा बत्तियां वाले चौक के पास ही श्री मुक्तसर साहिब रोड पर सड़क के बीच बना डिवाइडर भी हादसों का कारण बन रहा है। बीते दिनों यहां पर एक रिक्शा अनियंत्रित होने से सवार बजुर्ग महिला गिरकर बस के नीचे आ गई और उसकी मौत हो गई थी। इसके अलावा मुक्तसर रोड का रेलवे ओवरब्रिज भी खतरनाक मोड़ के साथ बना होने के कारण दुर्घटनाओं का कारण बन जाता है। शहर की सबसे महत्वपूर्ण सड़क के बार बार और जल्द टूटने के पीछे लापरवाह अधिकारियों व ठेकेदारों का गठजोड़ ही जिम्मेदार है।

वहीं 18 टायरों वाले बड़े ट्राले बनाम घोड़े, फक्क, तूड़ी और लकड़ी ढोने के लिए बनाई स्पेशल ट्रालियों के अलावा रेत बजरी माफिया द्वारा ट्रकों से भी ज्यादा वजन उठाने वाली ट्रालियां भी अक्सर शहरी क्षेत्र से गुजरती सड़कों पर आवागमन करती हैं। ट्रैक्टर ट्राली का निर्माण छोटे किसानों की जरूरत पूरी करने के लिए हुआ था, लेकिन आजकल इनका जमकर कामर्शियल दुरुपयोग हो रहा है।

बस स्टैंड को शहर से बाहर बनाने की मांग

इस संबध में शहर के बुद्धिजीवियों प्रोफेसर हरबंस सिंह पदम, मास्टर सोमनाथ अरोड़ा, प्रोफेसर दर्शन सिंह कोच, एडवोकेट गुरबचन सिंह टोनी, बिट्टू धींगड़ा, नरिदर बैड, प्रदीप शर्मा, गुरिदर सिंह मेहंदीरत्ता ने कहा, सरकार व नगर कौंसिल बस स्टैंड को शहर के बाहर किसी अन्य स्थान पर बनाए। इसी तरह बठिंडा रोड को रेलवे ओवरब्रिज सहित बाईपास द्वारा मुक्तसर रोड से जोड़ा जाए ताकि भारी वाहन शहर में प्रवेश करने के बजाए सीधे अन्य शहरों की तरफ जा सकें।


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