इंसाफ के लिए रणनीति बनाएंगी जत्थबंदिया
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से कोटकपूरा गोलीकांड मामले में नया एसआइटी गठित करने का आदेश जारी किया गया है।
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की तरफ से कोटकपूरा गोलीकांड मामले की जांच राजनीति से प्रेरित होने का हवाला देकर रद करने और पंजाब सरकार को नई एसआइटी गठित करने, जांच सीबीआइ या हरियाणा पुलिस को देने आदि जैसे सुझाव दिए जाने के बाद सिख संगत में रोष पाया जा रहा।
बरगाड़ी में हुई गुरु ग्रंथ साहब की बेअदबी के बाद बहिबलकला और कोटकपूरा गोलीकांड के बादले हालात पर श्री अकाल तख्त साहब के ऐलान गए समानांतर कार्यकारी जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने शनिवार को फरीदकोट में प्रेस काफ्रेंस कर अदालत के इस फैसले के खिलाफ रोष प्रकट किया गया। वहीं उन्होंने समूह पंथ सहानुभूति रखने वाला और सिख जत्थेबंदियों को इकठ्ठा होकर इंसाफ लेने के लिए आगे वाली रणनीति तैयार करने की अपील की।
उन्होंने समूह सिख भाईचारे और पंथ सहानुभूति रखने वाला को 20 अप्रैल को जलसा करने की अपील की। उन्होंने बताया कि 20 अप्रैल को बरगाड़ी के गुरुद्वारा साहब में जलसा किया जाएगा, और संघर्ष की आगे वाली रूप रेखा तैयार की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह के नेतृत्व वाली विशेष जांच टीम की तरफ से गई जांच पुरी होने पर सबको जल्द इन्साफ मिलने की आशा बंधी थी परन्तु पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले के साथ सिखों के मन को ठेस पहुंची है। पंजाब सरकार लोगों को इंसाफ देने का वायदा पूरा करने में असफल हुई है। उन्होंने कहा कि जो हाईकोर्ट का फैसला आया, उसमें पंजाब सरकार और पंजाब के एडवोकेट जनरल की गलत कारगुजारी साफ देखने को मिल रही है।