राजनीतिक दलों की रैलियों से और फैलेगा कोरोना
कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव आयोग द्वारा जो पाबंदियां लगाई है लोगों ने उसका स्वागत किया है।
कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव आयोग द्वारा जो पाबंदियां लगाई है राजनीतिक सभाओं और चुनावी रैलियों पर वह बहुत अच्छा कार्य है, इस कार्य की हर वर्ग द्वारा सहारना की जा रही है इसके प्रति लोगों की करीब एक ही राय है क्योंकि चुनावी जनसभाओं और रैलियों में कोविड-19 नियमों का पालन नहीं किया जाता। ऐसे में चुनाव आयोग के द्वारा लगाई गई रोक बिल्कुल सही है।
कोरोना महामारी का प्रकोप इस समय बहुत अत्यधिक बढ़ रहा है इसको देखते हुए चुनाव आयोग द्वारा जनसभा वे चुनावी रैलियों पर जो रोक लगाई गई है यह सराहनीय कदम है इसे लगातार आगे भी जारी रखना चाहिए मजबूत
- मनजीत सिंह गिल, सरकारी प्राइमरी स्कूल पक्खी खुर्द। चुनाव आयोग द्वारा जनसभा और चुनावी रैलियों पर लगाई गई रोक से कोरोना महामारी को काफी हद तक काबू पाया जा सकता है क्योंकि चुनावी रैलियों और जनसभाओं में लोगों द्वारा हजारों की तादाद में वहां पहुंचा जाता है और कोविड-19 नियमों की बिल्कुल भी पालन नहीं किया जाता जिसके चलते महामारी फैलने का खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है यह चुनाव आयोग द्वारा उठाया गया प्रशंसनीय कदम है।
-गुरप्रीत सिंह रूपरा, सरकारी प्राइमरी स्कूल पक्खी खुर्द। कोरोना के केस हजारों की संख्या में रोज बढ़ रहे हैं। चुनाव आयोग द्वारा चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर लगाई गई रोक के बावजूद अगर यह रोक ना लगाई जाती तो करोना महामारी से आने वाले समय में मरीजों की संख्या इससे भी ज्यादा होनी थी।यह रोक चुनाव आयोग द्वारा आगे भी जारी रखनी चाहिए।
-धर्मेंद्र सिंह, सरकारी प्राइमरी स्कूल पक्खी खुर्द। चुनावी जनसभाओं और रैलियों पर लगाई गई रोक चुनाव आयोग द्वारा सही समय पर लिया गया सही फैसला है क्योंकि इस समय कोरोना की तीसरी लहर जिस तरह से डरा रही है अगर चुनावी रैलियों पर रोक ना लगाई जाती तो गांवों में भी कोरोना महामारी संक्रमण की दर बढ़ सकती थीं।
-अनुपमा प्रिसिपल गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल गोलेवाला।