अफवाहों से सावधान रहें लोग
कोरोना वैक्सीन लंबे रिसर्च का परिणाम है यह महामारी से बचाव का महत्वपूर्ण जरिया है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
कोरोना वैक्सीन लंबे रिसर्च का परिणाम है, यह महामारी से बचाव करने में कारगर है, इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। वैक्सीन के प्रति लोग अफवाहों से सावधान रहें। उक्त बात डिप्टी कमिश्नर विमल कुमार सेतिया ने कहा।
उन्होंने बताया कि हेल्थ वर्करों को इसलिए सबसे पहले यह वैक्सीन लगाई जा रही है, क्योंकि यहीं लोग कोरोना संक्रमितों के सबसे निकट होते है। कुछ लोग अज्ञानतावश वैक्सीन को लेकर भ्रम फैला रहे है, जरूरत है कि ऐसे लोगों से सावधान रहें यदि वैक्सीन के प्रति कोई भी गलत अफवाह फैलाते हुए पाया जाएगा, उसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को शनिवार को यह वैक्सीन लगी है वह पूरी तरह से ठीक है, और सामान्य दिनों की तरह से अपने रोजमर्रा के काम कर रहे है। डीसी सेतिया ने कहा कि वैक्सीन लगवाने वालों में सेहत विभाग के बड़े डाक्टर भी रहे, और उन्हें इस वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ तो किसी और को भी नहीं होगा। सभी हेल्थ वर्करों से अपील करता हूं, कि वह आगे बढ़कर अपने नंबर के अनुसार वैक्सीन जरूर लगवाएं।
शनिवार को जिले में सबसे पहले कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले फरीदकोट सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर चंद्रशेखर कक्कड़ ने बताया कि कल वह वैक्सीन लगवाने के बाद आधे घंटे तक निगरानी रूम में बैठे रहे, परंतु उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई। वह रविवार की सुबह से दफ्तर में आकर काम कर रहे हैं। वह सभी हेल्थ वर्करों से अपील करते है कि सभी आगे बढ़कर वैक्सीन लगवाए इससे किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है।
वैक्सीन लगवाने वाले फरीदकोट सिविल अस्पताल की नर्सिंग सिस्टर सरोज व आर्थो स्पेशलिस्ट डाक्टर गगन बजाज ने बताया कि वैक्सीन से उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई, वह लोग तो वैक्सीन लगवाने के कुछ समय उपरांत ही अपने काम पर लौट आए थे, और आज भी उन लोगों को कोई परेशानी नहीं हो रही है।