सौ बंसत देखने वाले जिले में कुल 193 मतदाता
फरीदकोट जिले की तीनों विधानसभाओं में कुछ ऐसे मतदाता हैं जो सौ लास से भी अधिक उम्र के हैं।
प्रदीप कुमार सिंह, फरीदकोट
फरीदकोट जिले की तीनों विधानसभाओं में कुछ ऐसे मतदाता है जो कि आजादी के पहले से लेकर अब तक चुनाव के बदलते परिदृश्य का गवाह रहे हैं। विधानसभा चुनाव में इस बार 193 ऐसे वोटर भी मतदान कर सकेंगे, जिनकी उम्र 100 साल या उससे भी अधिक है और वह देश की आजादी से पहले से चुनाव प्रक्रिया को देखते आए हैं। चुनाव आयोग ने इन अति-बुजुर्ग मतदाताओं की सुविधाओं को देखते हुए कई विशेष इंतजाम किए हैं, जिसमें घर पर बैलट पेपर पहुंचाने से लेकर पोलिग बूथ तक की व्यवस्थाएं शामिल हैं। संख्या के मामले में जिले सबसे ज्यादा सौ वर्ष से अधिक के मतदाता फरीदकोट विधानसभा सीट में हैं, जबकि कोटकपूरा में उनकी तादाद सबसे कम है।
विधानसभा चुनाव के लिए इस बार कुल 4.77 लाख रजिस्टर्ड वोटर हैं। इनमें से 193 वोटरों की उम्र 100 वर्ष या उससे भी ज्यादा है। हालांकि, पौने पांच लाख वोटरों में 100 बसंत देख चुके बुजुर्ग वोटर संख्या के लिहाज से तो प्रभावी नहीं हैं, लेकिन लोकतंत्र की खूबसूरती के लिए ऐसे मतदाता बहुत मायने रखते हैं। जिन्होंने आजादी से पहले भी मतदान प्रक्रियाओं में हिस्सा लिया है और आजादी के बाद अनेकों चुनावों के गवाह बन चुके हैं। बुजुर्ग मतदाताओं के लिए चुनाव आयोग इस बार कई खास इंतजाम करने जा रहा है, जिसमें उन्हें पोस्टल बैलेट की सुविधा देने की व्यवस्था भी शामिल है। 80 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं को चुनाव आयोग उनके घरों पर पोस्टल बैलट की सेवा उपलब्ध कराएगा। लेकिन, अगर कोई वरिष्ठ नागरिक मतदाता पोलिग बूथ पर आना चाहेंगे, तो हमारे स्टाफ उनकी हर संभव सहायता करेंगे।
हालांकि, चुनाव आयोग के रिकार्ड में सौ उम्र से ज्यादा मतदाताओं की संख्या जिले में भले ही 193 दिखाई दे रही और इसमें महिलाओं की तादात अधिकांश, परंतु जमीनी हकीकत इससे उलट है, इसमें से कई लोगों की मृत्यु हो गई, और जो कुछ लोग जिदा है, वह शरीरिक रूप से कमजोर हो चुके है, किसी को सुनाई व दिखाई नहीं पड़ता है तो कोई चलने-फिरने से असमर्थ है।
बाक्स-
जिले में 100 साल से ज्यादा के मतदाता विधानसभाओं में-
फरीदकोट-79,
जैतो-66,
कोटकपूरा-48